तिनका सामाजिक संस्था, जो खेल कराटे के माध्यम से सामाजिक परिवर्तन का कार्य कर रही है, ने इस वर्ष धनतेरस के अवसर पर ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कराटे प्रशिक्षकों को खेल सामग्री वितरित की। यह पहल लगातार हर वर्ष "दिलों की दीपावली" के तहत की गई, जिसका उद्देश्य ग्रामीण खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता की ओर अग्रसर करना है।
इस आयोजन के तहत, तिनका सामाजिक संस्था ने गांव-गांव में जरूरतमंद बच्चों, महिला और पुरुषों के लिए कपड़े, जूते, चप्पल और विद्यार्थियों के लिए पढ़ाई की सामग्री का वितरण किया। यह कार्य जन सहयोग और तिनका संस्था के प्रशिक्षकों की व्यक्तिगत सहायता से संभव हुआ।
संस्था के अध्यक्ष, रितेश तिवारी ने कहा, "हमारी कोशिश है कि हर बच्चे को खुशी और अवसर मिले। हमें गर्व है कि हम पिछले 10 वर्षों से इस नेक कार्य को निरंतर कर रहे हैं। इस बार नए प्रशिक्षकों ने भी इस कार्य में भाग लिया, जिससे हमारा प्रयास और भी विस्तारित हुआ।"
संस्था ने उन बच्चों के साथ भी दीपावली का उत्सव मनाया, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और जिन्हें त्योहार मनाने के लिए साधन उपलब्ध नहीं थे। यह अनुभव सभी के लिए बेहद भावुक था और सभी ने मिलकर संकल्प लिया कि यह उत्सव हर वर्ष मनाया जाएगा।
रितेश तिवारी ने सभी से अपील की है कि कृपया इस नेक कार्य में अपना सहयोग दें। "आपकी नई पुरानी वस्तुएं जो उपयोग करने की स्थिति में हो ,किसी की जिंदगी बदल सकती हैं," उन्होंने कहा। संस्था की सचिव, मना मंडलेकर ने सभी सहयोगियों और प्रशिक्षकों का धन्यवाद किया और इस सफल आयोजन के समापन की खुशी साझा की।