13 जनवरी की पौष पूर्णिमा से शुरू हुए महाकुंभ का आज आखिरी स्नान है,महाकुंभ में आज दोपहर 2 बजे तक 1.18 करोड़ लोग कर चुके हैं पवित्र स्नान : NN81

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13 जनवरी की पौष पूर्णिमा से शुरू हुए महाकुंभ का आज आखिरी स्नान है,महाकुंभ में आज दोपहर 2 बजे तक 1.18 करोड़ लोग कर चुके हैं पवित्र स्नान : NN81

26/02/2025 | फ़रवरी 26, 2025 Last Updated 2025-02-26T09:10:03Z
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 Reported By: NN81 @newsnation81tv 

Edited By: Abhishek Vyas @abhishekvyas99   


आज फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि है इस दिन महाकुंभ का आखिरी बड़ा स्नान है तो वहीं आज महाशिवरात्रि भी है। यह दिन शिवभक्तों के लिए बेहद खास है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का विवाह हुआ था। इसी कारण आज देश के कोने-कोने से लोग प्रयागराज में लगे महाकुंभ मेले में पहुंच रहे हैं। 25 तारीख तक महाकुंभ में 64.6 करोड़ से अधिक लोग स्नान कर चुके हैं और यह आंकड़ा अभी भी बढ़ रहा है। महाकुंभ का आरंभ 13 जनवरी को हुआ था।  


महाकुंभ के आखिरी दिन पर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर

महाशिवरात्रि और महाकुंभ के आखिरी दिन पर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर कहते हैं देखिए कैसे लाखों लोग आ रहे हैं और शिव का आशीर्वाद ले रहे हैं। यह एक महान दिन है और आज महाकुंभ भी समाप्त हो गया है।


ईमानदारी से कहूं तो मैं वापस नहीं जाना चाहता'- स्वामी चिदानंद सरस्वती

परमार्थ निकेतन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती कहते हैं ईमानदारी से कहूं तो मैं वापस नहीं जाना चाहता। हमने यहां संगम पर सनातन के एक साथ आने की एक झलक देखी। मैं यहां आए सभी लोगों को नमन करता हूं  क्या भक्ति है! क्या बात है। 


जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने महाकुंभ को लेकर कही अपनी बात

महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज कहते हैं भारत की लगभग आधी आबादी कुंभ में पहुंची। विभिन्न जातियों धार्मिक मान्यताओं और मतों के लोग यहां एक साथ आए। दुनिया ने हमारी एकता देखी। दुनिया ने हमारी सभ्यता और संस्कृति की झलक देखी। भारत की आधी आबादी ने यहां कुंभ में विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की। कुंभ का आज समापन हुआ। मैं पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद देता हूं भव्य व्यवस्था। के लिए उन्हें बधाई देता हूं।