किसान ने 3.2 लाख रुपये का कर्ज चुका पाने में असमर्थ रहने पर अपने ही खेत में पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी : NN81

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किसान ने 3.2 लाख रुपये का कर्ज चुका पाने में असमर्थ रहने पर अपने ही खेत में पेड़ पर फांसी लगाकर जान दे दी : NN81

04/02/2025 | फ़रवरी 04, 2025 Last Updated 2025-02-04T12:08:01Z
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 Reported By: NN81 @newsnation81tv

Edited By: Abhishek Vyas @abhishekvyas99


46 वर्षीय किसान ईरप्पा कुरादागी ने अपने ही खेत में पेड़ में लगाए गए फांसी के फंदे से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली:

गदग: कर्नाटक के गदग जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एक किसान ने कर्ज चुका पाने में नाकाम रहने पर जान दे दी है। बताया जा रहा है कि किसान पर कुल मिलाकर 3.2 लाख रुपये का कर्ज था। 46 वर्षीय किसान ईरप्पा कुरादागी ने अपने ही खेत में पेड़ में लगाए गए फांसी के फंदे से लटककर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। ईरप्पा कर्ज चुकता कर पाने की स्थिति में नहीं था और इसलिए काफी परेशान चल रहा था। 


किसान की आत्महत्या के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है

 अभी तक प्राप्त जानकारी के मुताबिक ईरप्पा ने 3 फरवरी को अपने खेत में लगे एक पेड़ में लगे फांसी के फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। ईरप्पा ने केवीजी बैंक से 1.2 लाख रुपये का फसल ऋण और विभिन्न सहकारी समितियों से २ लाख रुपये का अतिरिक्त ऋण लिया था। इस तरह किसान के ऊपर कुल 3.2 लाख रुपये का कर्ज हो गया था जिसे चुका पाने में वह असमर्थ था। यही वजह है कि उसने कर्ज चुका पाने की कोशिश से ज्यादा जान देना बेहतर समझा। पुलिस ने ईरप्पा की खुदकुशी के मामले को दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।


कर्नाटक में किसानों की आत्महत्या के मामले काफी ज्यादा

बता दें कि कर्नाटक देश के उन राज्यों में से है जहां किसानों की आत्महत्या के मामले काफी ज्यादा देखने को मिलते हैं। किसानों की आत्महत्या के सबसे बड़े कारणों में फसलों का खराब हो जाना कर्ज चुका पाने की स्थिति में न होना शामिल है। कर्नाटक के 3 जिलों बेलगावी हावेरी और धारवाड़ जिलों में किसानों की आत्महत्या के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं। पिछले कुछ सालों में किसानों की आत्महत्या के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं जबकि कर्नाटक दूसरे नंबर पर है। इस तरह देखा जाए तो कर्नाटक में किसानों की आत्महत्या बहुत ही ज्यादा चिंता का विषय है।