रिपोर्ट: गोपेश साहू
दुर्ग। जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक मंगलवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता दुर्ग सांसद विजय बघेल ने की। बैठक में केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए सांसद ने अधिकारियों को कार्यों को समयबद्ध, पारदर्शी और गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए।
जन-भागीदारी को सराहना
सांसद ने “मोर गांव मोर पानी” अभियान के अंतर्गत ग्रामीणों द्वारा बनाए गए 1716 सोखपीट की प्रशंसा की। उन्होंने जल संरक्षण के लिए रेन वॉटर हार्वेस्टिंग, वृक्षारोपण और सोखपीट निर्माण को जनआंदोलन बनाने का आह्वान किया। जिला पंचायत सीईओ बजरंग दुबे ने बताया कि जल बहाव क्षेत्र में 300 सोखपीट निर्माण की योजना के तहत अब तक 75 पूरे हो चुके हैं।
बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान जानकारी दी गई कि जिले में 1551 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं, जिनमें से 25 भवन जर्जर स्थिति में हैं। सांसद ने निर्देशित किया कि जैसे ही नए भवनों की स्वीकृति मिले, पुराने भवनों को तत्काल ध्वस्त कर निर्माण शुरू किया जाए।
स्वास्थ्य सुविधाओं पर विशेष ध्यान
सांसद बघेल ने डॉक्टरों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करने, अस्पतालों की व्यवस्था बेहतर बनाने और सिकलसेल रोग पर जनजागरूकता अभियान तेज़ करने के निर्देश दिए। वर्तमान में जिले में 6 डायलिसिस मशीनें कार्यरत हैं, जो गंभीर रोगियों के लिए राहत का माध्यम बनी हैं।
कृषि में नवाचार की आवश्यकता
छत्तीसगढ़ को "धान का कटोरा" बताते हुए सांसद ने कहा कि धान अत्यधिक जल पर निर्भर करता है। उन्होंने किसानों को सूर्यमुखी जैसी कम पानी में तैयार होने वाली लाभकारी फसलों की ओर आकर्षित करने की बात कही।
शहरी विकास और स्वच्छता की समीक्षा
बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना, अटल मिशन और शहरी विकास कार्यों की समीक्षा की गई। सांसद ने भिलाई-चरोदा नगर निगम की कार्यप्रणाली पर असंतोष जताते हुए कार्यों में गुणवत्ता लाने के निर्देश दिए। ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छता दीदियों को भुगतान न होने से उत्पन्न समस्या पर उन्होंने समाधान के रूप में प्रत्येक घर से 20 रुपये प्रतिमाह एकत्र कर भुगतान सुनिश्चित करने का सुझाव दिया।
“जनसेवा ही सच्ची सेवा” – विजय बघेल
बैठक के समापन पर सांसद ने कहा, “जब तक योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक नहीं पहुंचता, तब तक हमारा प्रयास अधूरा है। सभी विभाग आपसी समन्वय और सक्रियता से कार्य करें, यही सच्ची जनसेवा है।”
बैठक में कलेक्टर अभिजीत सिंह, विधायक ललित चंद्राकर, डोमनलाल कार्सेवाड़ा, जिला पंचायत अध्यक्ष सरस्वती बंजारे सहित जनपद, नपं अध्यक्षगण एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।