रिपोर्टर:कृष्णा कुमार
सूरजपूर छत्तीसगढ़/सूरजपुर जिले के बसदेई चौकी क्षेत्र के ग्राम पंचायत जुर में सोमवार को निवासी बृजेश साहू के पुत्र की मछली पालन के लिए बनाए गए पॉन्ड लाइनर डबरी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ, जब दो बच्चे नहाने के लिए डबरी में उतरे थे, जिसमें एक बच्चा सुरक्षित बच गया, जबकि बृजेश साहू के पुत्र की जान चली गई
जानकारी के अनुसार, यह डबरी मछली पालन के लिए विशेष रूप से तैयार की गई थी, जो चारों तरफ से प्लास्टिक के तिरपाल से ढकी हुई थी। डबरी का आकार तालाब-नुमा होने के कारण इसमें गहराई अधिक थी। बृजेश साहू का पुत्र अपने दोस्त के साथ खेलते हुए संभवतः डबरी में नहाने गया था। नहाने के दौरान वह गहरे पानी में चला गया और डूब गया। साथी बच्चे ने शोर मचाकर आसपास के लोगों को बुलाया, लेकिन जब तक ग्रामीण मौके पर पहुंचे, बच्चे की सांसें थम चुकी थीं।
घटना की खबर मिलते ही बृजेश साहू और उनके परिवार में मातम छा गया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है, और गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने बताया कि पॉन्ड लाइनर डबरी में कोई सुरक्षा इंतजाम नहीं था, जिसके कारण बच्चे आसानी से इसके किनारे तक पहुंच गए। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसी डबरी के आसपास तारबंदी या अन्य सुरक्षा उपाय किए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे रोके जा सकें।
बसदेई चौकी पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। सूत्रों के अनुसार प्रारंभिक जांच में बच्चे की मौत डबरी के गहरे पानी में डूबने के कारण हुई प्रतीत हो रही है। मामले की विस्तृत जांच कर रही है।
पॉन्ड लाइनर डबरी, जो मछली पालन के लिए आधुनिक तकनीक के तहत बनाई जाती है, ग्रामीण क्षेत्रों में आय का एक स्रोत बन रही है। लेकिन इस घटना ने इनके सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्लास्टिक तिरपाल से ढकी इन डबरी की गहराई और फिसलन भरी सतह बच्चों के लिए खतरनाक साबित हो रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी डबरी के आसपास सुरक्षा बाड़ और चेतावनी बोर्ड अनिवार्य होने चाहिए।
यह दुखद घटना ग्रामीण क्षेत्रों में मछली पालन के लिए बनाए गए जलाशयों में सुरक्षा उपायों की कमी को उजागर करती है। ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। साथ ही, परिजनों की लापरवाही और जागरूकता की कमी को भी इस हादसे का एक कारण माना जा रहा है
क्षेत्र में शोक की लहर
बृजेश साहू के पुत्र की असमय मृत्यु ने जुर गांव और आसपास के क्षेत्र में गम का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीण इस हादसे से स्तब्ध हैं और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त कर रहे हैं। यह घटना एक चेतावनी है कि विकास के साथ-साथ सुरक्षा को भी प्राथमिकता देनी होगी।