जिला ब्यूरो अनिल जोशी दुर्ग (छ.ग.)
सफलता की कहानी
दुर्ग, 15 जुलाई 2025/जिले की ग्राम पंचायत अण्डा में न केवल गाँव की स्वच्छता व्यवस्था को सुदृढ़ किया, बल्कि एक ग्रामीण को आत्मनिर्भर भी बना दिया। यह कहानी है राजकुमार टंडन की जो पहले अवैध स्थान पर एक छोटे से ठेले में पान भंडार चलाते थे और आज एक पक्की दुकान में बिना किराया दिए दुकान चला रहे हैं।
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत अण्डा ग्राम पंचायत में एक सार्वजनिक शौचालय परिसर का निर्माण किया गया। लेकिन इस बार योजना केवल शौचालय बनाने की नहीं थी इसके साथ-साथ वहां एक आजीविका केन्द्र भी विकसित किया गया। शौचालय परिसर के पास ही मुख्य सड़क और बस स्टैंड होने की वजह से यहां आजीविका केन्द्र के रूप में बेहतर अवसर होने की संभावना पाई गई और फिर परिसर में एक कमरा दुकान के रूप में विकसित किया गया और इसे एक ज़रूरतमंद ग्रामीण को निशुल्क दिया गया। वर्ष 2024 में स्वच्छ भारत मिशन के तहत 5 लाख रुपये की लागत से शौचालय और दुकान का निर्माण पूरा हुआ। दुकान मिलने के बाद राजकुमार ने उसे अच्छी तरह से सजाया, और अब वह वहां पान, ठंडे पेय और अन्य रोजमर्रा के सामान बेचते हैं। पक्की दुकान होने की वजह से अब उन्होंने एक फ्रिज भी खरीद लिया है, जो पहले उनके लिए संभव नही था।
राजकुमार ने बताया कि पूर्व में वह एक छोटे ठेले में दुकान चलाते थे जो की अवैध जगह पर थी। पहले उनकी आमदनी सीमित थी, लेकिन अब वह हर महीने करीब 12 हजार रूपए की कमाई कर रहे हैं। शौचालय परिसर का संचालन और रखरखाव भी वह ही करते हैं। आज वह न केवल अपने परिवार की बेहतर देखभाल कर पा रहे हैं, बल्कि गाँव के युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी बन गए हैं। राजकुमार ने कलेक्टर अभिजीत सिंह, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बजरंग दुबे, जनपद पंचायत दुर्ग के सीईओ रूपेश पांडे और ग्राम पंचायत अण्डा का धन्यवाद व्यक्त किया। इस पहल को एक सफल मॉडल के तौर पर देखा जा सकता है, जो न केवल स्वच्छता को बढ़ावा देता है, बल्कि आर्थिक सशक्तिकरण का भी माध्यम बनता है।