लक्ष्मण रैकवार की रिपोर्ट
तेंदूखेड़ा
तेंदूखेड़ा---वारिश का मौसम चल रहा है और इस समय सभी लोग पेड़ पौधों का लगा रहा है।वृक्षारोपण को सरकार भी प्रोत्साहित कर रही है।इस समय वन विभाग के द्वारा भी खाली पड़ी जंगल की भूमि पर उसमे प्लांटेशन बनाती है,इसमे चारो तरफ फेंसिंग लगाकर उसमे गड्ढे खोद कर विभिन्न प्रजाति के पौधों का रोपण करवाता है इसके लिये सरकार लाखो रुपये खर्च करती है और उसके रखरखाव पर भी लाखों रुपये खर्च करती है।इस सब काम मजदूरों से करवाया जाता है जिसकी एक विधिवत गाइड लाइन होती है लेकिन तेंदूखेड़ा उप वन मण्डल के अंतर्गत आने वाली झालोन वन परिक्षेत्र के अधिकारी के द्वारा प्लांटेशन के रोपण में लापरवाही की जा रही है।झालोन रेंज की विट बैरागढ़ मेंवर्ष2024-25मेंकेन बेतवा लिंक परियोजना छति पूर्ति नवीनीकरण योजना के तहत सी ए कैम्पा मद से कक्ष क्रमांक 129 में 46 हेक्टेयर में एक प्लांटेशन लगाया जा रहा है जिसमे करीब 45 हजार पोधो को रोपने की योजना है योजना की समय अवधि वर्ष2024 -25से2034-35तक रहेगी है।इस प्लानटेशन में में अभी रोपण कार्य चल रहा है लेकिन झालोंन रेंज के रेंजर सतीश मसीही के द्वारा नियमो की अनदेखी कि जा रही हैं, रेंजर के द्वारा गड्ढे ट्रेक्टर एवम मशीन से खुदवाये है जबकि मजदूरों से खुदवाने का प्रावधान है इन गद्दों का भुगतान मजदूरों के खातो से किया गया है रेंजर के द्वारा यहां फर्जी वादा किया गया है सबसे बडी बात की रोपण में जो मजदूर कॉम कर रहे हैं वे14वर्ष से18वर्ष के बीच के अधिकतर मजदूर है जबकि बालश्रम अधिनियम के अनुसार इस आयुबर्ग से कम या बीच के बच्चो से किसी प्रकार का कोई भी काम करवाना निषेध है।रेंजर के द्वारा लगभग100मजदूरों से काम करवाया जा रहा है जिनमे अधिकतर14 वर्ष से18 वर्ष के बीच के आयु वाले मजदूर है जिनसे प्लांटेशन में रोपण का कार्य करवाया जा रहा है इन बच्चो में अधिकतर आदिवासी समुदायों के बच्चे शामिल थे।बालश्रम निषेध अधिनियम में इस उम्र में बच्चो में शरीर का विकास तथा पढ़ाई का समय होता हैं।लेकिन रेंजर के द्वारा सभी मजदूरों को झालोन से ही एक निजी वाहन से10 किलोमीटर दूर प्लांटेशन में लाकर काम करवाते हैं।अनेक सामाजिक संगठनो ने इस पर आपत्ति जताई हैं कि वन विभाग के द्वारा समय से रोपण पूर्ण हो सके इसलिये झालोन रेंजर के द्वारा नियमो को ताक पर रख कर किसी भी आयु वर्ग के मजदूरों से काम करवा रहा है।इससे बच्चो की पढ़ाई एवम शारीरिक विकास बाधित हो रहा है।
वनमंडल अधिकारी जरांदे ईश्वर राम हरि ने बताया कि में दिखवाता हु