लोकेशन पीलीभीत
संवाददाता मुनीष कुमार
पीलीभीत जिलाधिकारी ज्ञानेन्द्र सिंह ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री जी द्वारा दिए गए निर्देशों के क्रम में सत्त विकास की अवधारणा को जनमानस से जोड़ने हेतु सभी ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकाय में प्रत्येक माह के तृतीय शुक्रवार को ग्राम चौपाल के साथ अनिवार्य रूप से ग्रीन चौपाल का आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि ग्रीन चौपाल ग्राम स्तर पर स्थानीय समुदायों, विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं की पर्यावरण संगत विकास सम्बन्धी सक्रिय सहभागिता को प्रोत्साहित करेंगीं। ग्रीन चौपाल का उदेश्य वनों पर निर्भरता कम करना, गैर वन भूमि पर वृक्षारोपण को बढ़ावा देना, वन वन्यजीव एवं पर्यावरण संरक्षण में जनमानस की सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि विशेष अवसरों पर जन्मदिन, वधू आगमन, कन्या जन्म आदि पर पौधारोपण की परम्परा को विकसित किया जाए।
ग्रीन चौपाल की संरचना में ग्राम प्रधान, सेक्शन/वीट अधिकारी, ग्राम पंचायत सचिव, 03 ग्राम पंचायत सदस्य (न्यूनतम एक महिला), स्वयं सहायता समूह की एक महिला प्रतिनिधि, प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक, आंगनबाडी सहायिका, रोजगार सेवक, प्रगतिशील कृषक, पर्यावरणविद्/स्थानीय एनजीओ के प्रतिनिधि, जैव-विविधता प्रबन्धन समिति के प्रतिनिधि एवं स्थानीय विभागों के प्रतिनिधि शामिल हैं।