संवाददाता विशाल सैनी बेवर
कांवड़ यात्रा, विशेष रूप से डाक कांवड़, भोले बाबा (भगवान शिव) को प्रसन्न करने और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। यह यात्रा, जो सावन के महीने में होती है, भक्तों द्वारा गंगाजल भरकर शिवलिंग पर चढ़ाने के लिए की जाती है। डाक कांवड़ में, भक्त बिना रुके, तेज गति से यात्रा करते हैं, कभी-कभी दौड़ते हुए भी, और यह यात्रा सामान्य कांवड़ यात्रा से अधिक कठिन मानी जाती है। हमारे भाई गगन यादव मुख अतिथि और गुल्ले भाई अभिषेक बिल्लू रवि संचित शिवम यादव अंकित यादव मीडिया प्रभारी बिजेंदर रजत चौधरी उत्तम दादा आशीष मनी आकाश गौरव मंचित पुनीत सोमवीर सुन्दरम आशीष अनुज दीपक सचिन कृष्ण यादवकांवड़ यात्रा के दौरान, कांवड़ियों को पवित्रता का पालन करना होता है और ब्रह्मचर्य का पालन करना भी महत्वपूर्ण माना जाता है।
गंगाजल का उपयोग शिवलिंग पर अभिषेक के लिए किया जाता है, जो अत्यंत फलदायी माना जाता है।
ऐसी मान्यता है कि कांवड़ यात्रा करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।