गुना भीषण सड़क हादसे में (13) जिंदे जेल मौकेपरमौत(15)घायल आम लोगों की जान जाने के बाद ही क्यु जागता है सिस्टम : NN81

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गुना भीषण सड़क हादसे में (13) जिंदे जेल मौकेपरमौत(15)घायल आम लोगों की जान जाने के बाद ही क्यु जागता है सिस्टम : NN81

30/12/2023 | December 30, 2023 Last Updated 2023-12-30T09:59:41Z
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 गुना भीषण सड़क हादसे में (13) जिंदे जेल मौकेपरमौत(15)घायल आम लोगों की जान जाने के बाद ही क्यु जागता है सिस्टम



गुना जिले से गोलू सेन की रिपोर्ट


 गुना की हृदय विदारक घटना

ने खोली सरकारी सिस्टम की तमाम कलई! 


मध्य प्रदेश के गुना में हुआ भीषण सड़क हादसा! उस सड़क हादसे में किसी ने अपने भाई को खोया किसी ने अपनी बहन और पत्नी व बेटी को खोया किसी ने अपनी मां को खोया तो किसी ने अपने पिता को खोया! अब जिम्मेदार अधिकारी  आदेश जारी करेंगे और अब बसों की होगी चेकिंग, लेकिन समय बीतने पर हालात जस के तस होंगे ? लेकिन जिन्होंने अपनों को खोया है वह इस हादसे को कभी नहीं भुला सकेंगे! अब तक की जांच में सामने आया बस बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के ही सड़कों पर चली जा रही है ! इस मामले में बस मालिक भानु सिकरवार डंपर चालक और बस चालक के खिलाफ भी विभिन्न धाराओं में केस दर्ज कर लिया है! भानु सिकरवार को भाजपा का पूर्व पदाधिकारी भी बताया जा रहा है! गुना में सड़क हादसे मैं घायलों से मिलने के बाद मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा घटना हमारी जानकारी में है, कल रात 8:30 बजे ट्रक और बस की टक्कर हुई ,दोनों ड्राइवरों की मौत हो गई लगभग 13 लोगों की मृत्यु की खबर है ,जो भी दोषी है उसे पर कार्रवाई होगी ! फिलहाल आरटीओ को मैं सस्पेंड कर रहा हूं फायर बिग्रेड भी समय पर पहुंची थी लेकिन वह और जल्दी पहुंच जाती तो और अच्छा होता! 

गुना पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि सेमरी कटी घाटी पर यात्री बस और ट्रक का एक्सीडेंट हुआ जिसमें बस में आग लग गई! बस में कुछ लोग घायल और कुछ लोग बाहर मिले जिन्हें एंबुलेंस की मदद से तत्काल अस्पताल पहुंचा गया ,इसके बाद फायर बिग्रेड की मदद से भीषण आग पर काबू पाया गया! 

डंपर से एक सांव और यात्री बस में जले 12 यात्री को एसडीआरएफ की मदद से उपस्थिति में बस से बाहर निकाला गया, मध्य प्रदेश के गुना जिले में एक विशाल सड़क हादसे हुआ जहां एक यात्री बस में तेरा लोग जिंदे जल कर मौत हो गई!  घायल  लोगों को अस्पताल उपचार के लिए भेजा गया बस! गुना से 8:30 आरोन जा रही थी वहीं बस और ट्रक आपस में भिड़ गए और बस में आग लग गई! वहीं मौजूद लोगों ने बताया कि डंपर ने बस को टक्कर मार दी और बस पलट गई वहीं देखते ही देखते बस में आग लग गई! आग कुछ ही पलो मे इतनी भयानक हुई जिसके लपटे दूर दूर तक नजर आने लगी! और देखते देखते ही 13 जिंदगी इसमें स्वः हो गई! इस घटना ने गुना के सरकारी सिस्टम की कलई खोल दी हे! 


आरटीओ महकमा चौथ वसूली मे मस्त, चेक पोस्ट के नाम पर जमकर धांधली! 

गुना परिवहन विभाग आरटीओ कार्यालय वसूली का अड्डा मात्र बन कर रहा गया है! अवेध वसूली मे जिम्मेदार तनिक भी गैर जिम्मेदार नही बनते, फिर चाहे इनसे नियम की बात की जाए या कागज दिखाये जाए, वसूली तो पूरी जिम्मेदारी के साथ जिम्मेदार अफसर या कर्मी ही इनके प्राइवेट गुंडे टाइप के चेक पोस्ट पर गुर्गे भी अवेध वसूली मे पूरी शिद्धत् से कार्य करते हैं! इसी प्रकार आरटीओ कार्यालय मे भी बिना दलाल के कोई भी कार्य कराना मुश्किल होता है, यहाँ भी बड़ी तादात मे दलाल सक्रिय रहते हैं! इसी क्रम मे उपरी कमाई के चक्कर मे जिम्मेदार अफसर अपनी पोस्ट, पद का दुरुउपयोग कर अवेध को वैध बना देते है, या उस अवेध कार्य से नजर फेर लेते है! नतिजन कई कंडम वाहन सड़क पर फर्राते भरते है, जिनमे सवारी वाहन और लोडिंग वाहन सभी शामिल होते है! गुना के इस बस कांड ने इसकी सारी सच्चाई आम जन के साथ साथ सरकारी महकमे को भी बता दी है! अगर एक विभाग अपनी जिम्मेदारियो का निर्वहन पूर्ण ईमानदारी से करता तो शायद इतनी बड़ी घटना घटित न होती! 13 आम जन जिनको तो पता भी नही उनकी असम्यिक मृत्यु किसकी गलती से हुई ? सरकारी भृस्ट तंत्र के आगे जन तंत्र हमेशा की तरह इस घटना मे भी बलि चड गया! अब कुछ समय के लिए कसावट दिखेगी और कुछ ही दिनों या महीनों मे फिर से वही सिस्टम अपनी जगह बना लेगा? फिर किसी घटना दुर्घटन का इंतजार किया जायेगा दो चार को पद से मुक्त कर कार्यवाही का भरोसा दिलाया जायेगा, और कार्यवाही के नाम पर असली गुनाहगार बच निकलेगा कार्यवाही पहलू के दूसरे भाग मे कर दी जायेगी, और भृस्ट लोगों को फिर नई जिम्मेदारी सोप आम जिंदगियो से खिलवाड करने के लिए मैदान मे खुला छोड़ दिया जायेगा? इस तरह की घटना की पुनव्रती  न हो इसके लिए सरकारों को जिम्मेदारों के प्रति कडा नही दंडतामक कार्यशेलि अपनाना चाहिए, जिससे सरकारी महकमो मे जन तंत्र के प्रति विश्वास बना रहे! 


प्रदेश के नव नियुक्त मुखिया ने गैर जिम्मेदार अफसरों को हटाया! 


मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर वरिष्ठ अधिकारी स्थानांतरित...

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक, गुना और प्रमुख सचिव परिवहन को उनके दायित्व से मुक्त कर अन्यत्र पदस्थ किया गया।  

परिवहन आयुक्त को भी स्थानांतरित किया गया।

परिवहन अधिकारी और समय पर फायर ब्रिगेड नहीं पहुंचाने के लिए नगर पालिका अधिकारी को दोषी मानते हुए उनके निलंबन के पहले ही निर्देश दिये जा चुके हैं।

इन ताबदतोड नीलबन और ट्रांसफर ने आम लोगों के बीच न्याय की एक उम्मीद जगाई है, साथ प्रदेश के मुखिया ने भी आम लोगों के दिलो मे जगह बनाने का काम किया है! नव नियुक्त प्रदेश के मुखिया डॉ मोहन यादव की प्रंशशा आम लोगों की जुबान पर बनी हुई है! 

वही दूसरी ओर देखने में आया की 

गुना सीएमएचओ राजकुमार ऋषिश्वर की जब नींद टूटी और वह अस्पताल पहुंचे तो वह जमकर शराब के नशे में धुत्त दिखे, 

ये  वात मौके पर  मौजूद पूर्व विधायक राजेंद्र सालूजा सी एम एच ओ से कही जो की एक विडियो दिखाई दे रहे हैं