मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम के संबंध में।
न्यायालय प्रांगण आष्टा में मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
आष्टा:- न्यायालय परिसर आष्टा में 06 जनवरी 2024 को माननीय प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सीहोर के निर्देशन में एवं तहसील विधिक सेवा समिति आष्टा के अध्यक्ष/जिला न्यायाधीश श्री सुरेश कुमार चौबे के द्वारा न्यायालय प्रांगण आष्टा में मध्यस्थता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री चौबे द्वारा बताया गया कि एडीआर या वैकल्पिक विवाद समाधान शब्द विवादों को सुलझाने के लिए अपनाई गई अदालत से बाहर की किसी भी प्रक्रिया को दर्शाता है। सुलह एडीआर की एक लचीली और अनौपचारिक प्रक्रिया है
जहां विवादित पक्ष एक या एक से अधिक सुलहकर्ताओं की सहायता से अपने विवादों को सुलझाते हैं जो निष्पक्ष तरीके से कार्य करते हैं और एक सौहार्दपूर्ण समाधान तक पहुंचने में पक्षों की सहायता करते हैं। एक मध्यस्थ की तुलना में एक सुलहकर्ता की कार्यवाही के किसी भी चरण में निपटान के लिए प्रस्ताव बनाकर पक्षों को एक समझौते पर पहुंचने के लिए राजी करने में अधिक सक्रिय होता है। इस अवसर पर न्यायाधीश श्रीमती वंदना त्रिपाठी, न्यायाधीश श्रीमती ऋचा सिंह राजावत, अधिवक्तागण, कर्मचारीगण उपस्थित रहे।