छत्तीसगढ़ पोड़ी उपरोड़ा
नानक राजपूत
पोंडी उपरोड़ा के एकलव्य आवासीय कन्या छात्रावास दुर्ब्यवहार, अचानक बच्चो को धरने देने कि क्यों पड़ी आवस्यकता। मंत्री लखनलाल देवांगन, गृह मंत्री विजयशर्मा, कोरबा कलेक्टर ,पोड़ी एसडीएम से कि गई शिकायत। शिकायत मे बच्चो के साथ दुर्व्यवहार कों लेकर दर्शाया गया।
पोड़ी उपरोड़ा मे संचालित एकलव्य कन्या छात्रा वास मे बच्चो के साथ दुर्व्यवहार करने का मामला सामने आये है, जिसकी शिकायत बच्चों के पालकों ने जिम्मेदार अधिकारी समेत मन्त्री लखन लाल देवांगन और गृह मंत्री विजय शर्मा से कि, पलकों का कहना है कि आखिर बच्चों कों धरने पर बैठने कि जरूरत ही क्यों पड़ी, बच्चे पढ़ाई करने गए हैं या छात्रा वास मे चल रहे समस्या कों लेकर धरना देने।
दरसल दिनांक 13/01/24 रविवार को कुछ पालक अपने बच्चो से मिलने गए हुए थे जहाँ बच्चों ने अपने पालक कों छात्रावास कि लचर व्यवस्था व भोजन कों लेकर कमियाँ के बारे मे अवगत कराया था, वही पालक के जाने के बाद अधिक्षिका द्वारा उस बच्ची कों फटकार लगाई गई क्युकी उक्त छात्रावास कि व्यवस्था व भोजन कि कमियों कि शिकायत बच्ची ने अपने पालक से कि थी, बताया जाता है कि अधिक्षिका द्वारा बच्ची का बाल भी पकड़ क़र खींचा गया था, जिससे सभी बच्चीयां इस पूरे घटना से पूरी तरह डर गई और 2 दिन तक वे मानसिक तनाव में थी। उपरोक्त घटना कों सभी बच्चे अधिक्षिका कि शिकायत करने दिनांक 18/01/24 को जनपद कार्यालय पोंडी उपरोड़ा पहुचे थे जहाँ उन्होंने ए.सी. कोरबा या कलेक्टर कोरबा को बुलाये जाने कि मांग करने लगे और नारेबाजी करने लगे, लेकिन इस गंभीर मामले कि जानकारी स्कूल स्टॉप को लगते ही सभी बच्चों कों समझा बुझाकर स्कूल ले जाया गया।
बहरहाल आदिवासी क्षेत्र में अध्ययनरत बालक, बालिकाओं के साथ हो रहे दबावपूर्वक रवैए, बदहाल व्यवस्था से भी विभाग और प्रशासन कोई एक्शन नहीं ले रही है, जनजाति क्षेत्र में हॉस्टल की बदहाल व्यवस्था, अधीक्छिका द्वारा किए जा रहे दुर्ब्येहार,पूरा स्टॉप की उपस्थिति के बाद भी बच्चो द्वारा धरना प्रदर्शन किए जाने की आवस्यकता पड़ रही ये अपने आप मे बड़ा सवाल उठता है, इससे अध्ययन रत बच्चो के भविष्य को लेकर सभी पालकगढ़ चिंतित व परेसान है वही पालक पालक वीरेंद्र मरकाम ने जल्द ही उचित कार्यवाही कि मांग कि है मांगे पूरा नहीं होने पर समस्त पालक द्वारा किसी बच्चे कों छात्रा वास नहीं भेजनें कि चेतावनी दी है।