रामदयाल गुर्जर किसान ने बताया है कुंभराज मंडी में एक ही माल,चबूतरे,पर10000 बिका फिर मंडी नीलामी निरस्त कराई बैलगाडी,मे,₹15000 का, भाव बिका
गुना जिले से गोलू सेन की रिपोर्ट
खबर गुना जिले के कुंभराज तहसील के कुंभराज मंडी से कुंभराज मंडी धनिया के लिए विश्व प्रसिद्ध मंडी लेकिन यहां किसानों के साथ भाव में जमकर की जा रही लूटमार मामला ग्राम करमोदिया के रामदयाल गुर्जर किसान का है रामदयाल गुर्जर ने मीडिया को बताया है की कुंभराज मंडी में मैं अपनी धनिया फसल लेकर गया था दो कुंटल,धनिया थी मैंने चबूतरे पर जाकर रख ली डाक नीलामी हुई तो 10000 प्रति कुंटल के भाव से हुई किसान ने बताया कि मैंने इस डाक नीलामी को निरस्त करा लिया फिर वही धनिया फसल बैलगाड़ी किराया से किया ₹1000 में और बैल गाड़ी में डाक लगवाई तो ₹15000 भाव से बिका चबूतरे और बैलगाड़ी में इतना बड़ा अंतर 5000 का वही फसल वही किसान वही धनिया चबूतरे पर 10000 बिका और बैल गाड़ी में धनिया रखी तो 15000 बिका इतना बड़ा अंतर क्यों यह एक सवाल पैदा होता है चबूतरे पर डाक नीलामी 5000 कम में क्यों हुई हुई बैलगाड़ी में वही धनिया 15000 क्यों गया चबूतरे पर नीलामी करवाने वाले किसानों के साथ क्यों किया जा रहा इतना बड़ा भेदभाव इस बात को लेकर कुंभराज मंडी सचिव से बात की गई तो मंडी सचिव ने बोला है कि मेरा काम मंडी व्यवस्थाओं को देखना है भाव का काम मेरा नहीं है यह तो व्यापारी निर्धारित करेंग जब उनसे पूछा गया क्या धनिया फसल का कोई भाव निश्चित होता है तो जवाब दिया कि नहीं यह तो व्यापारी के ऊपर ही रहता है कब वह किसी मूड़ में किस भाव में धनिया खरीदे अब सवाल यह पैदा होता है कि व्यापारी भाव का निर्धारण करने लगे तो फिर किसानों का क्या हाल होगा वह तो अपनी मनमर्जी से खरीदेंगे फिर मंडी प्रशासन का क्या मतलब रह जाता है जब इतना फेर बदल भाव में किसानों के साथ,यह,अन्याय क्यों रामदयाल गुर्जर तो जागरूक किसान था उसने चबूतरे की डाक नीलामी को निरस्त,कराकर वैल गाड़ी लगाई नहीं तो उसे दो कुंटल में, 10000 का घाटा लग रहा था ऐसे कई किसान है जो ज्यादा जागरूक नहीं है और व्यापारियों के द्वारा लूटे,जा रहे हैं प्रशासन को इस,ओर देना चाहिए ध्यान खबर प्रकाशित होने के बाद देखते हैं मंडी प्रशासन की ओर से क्या सुधार किया जाता है