श्री गजानन जी महाराज श्रीबालीपुरधाम द्वारा शमशान भूमि को पुरुषचरण करके तपस्थली तीर्थ बनाया।
आस्थाओं का प्रतीक और देवलोक से संबंधित धार्मिक स्थल आस्था एवम विश्वास का प्रतीक श्रीअंबिका आश्रम श्रीबालीपुर धाम ।
मनावर
आस्था-विशवास और श्रद्धा के साथ चार संभाग एवम 3 राज्यो के भक्त वर्ष भर में होने वाले 7 बड़े कार्यक्रम एवम 14 नवरात्रियों में दर्शनार्थ आते हैं। लाखों की संख्या में भक्त
प्रातःस्मरणीय,वंदनीय ,परमपूज्यनीय,तपोनिष्ठ, यज्ञाचार्य, परमहंस संतश्री गजाननजी महाराज का पूजन-अर्चन कर अपने आपको धन्य एवम धाम को स्वर्ग मानते हैं। आश्रम में गरीबों को वेदाचार्य के माध्यम से औषधि का निःशुल्क वितरण किया जाता है। कई भक्त बाबाजी के आशीर्वाद व दवाई से स्वस्थ होते हैं। शमशान भूमि को तपस्थली भूमी बनाने में बाबाजी को कई पुरुषचरण करना पड़े तब जाकर तीर्थ बना। श्री हनुमान जी महाराज को आराध्यदेव मानकर 6 माह तक शीर्षासन लगाते हुए गुरु की प्राप्ति की। ऐसे गुरु मिले जो बाबा जी को उच्च शिखर के पद पर बिठाया। काशी- वाराणसी स्थित महंत मारुति शास्त्री को गुरु मानकर माॅ अंबिका की सिद्धि प्राप्त की।
उल्लेखनीय है कि काशी- वाराणसी स्थित मारूति शास्त्री के परिवार द्वारा ही अयोध्या में श्री राम लला मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आचार्य बने और
विधिवत वेदोच्चार्य के माध्यम से ही रामलला की मूर्ति अयोध्या में स्थापित की। जिससे आज पूरा विश्व रामलला भगवान की आराधना करते हैं। श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट न्यास अयोध्या के सचिव के आमंत्रण पर श्रीअंबिका आश्रम श्रीबालीपुर धाम के महंत एवं बाबा जी के परम शिष्य श्री योगेश जी महाराज भी अयोध्या मे रामलाल की मूर्ति के दर्शन किए।
संतश्री योगेशजी महाराज ने बताया कि आश्रम में होलिका पर्व पर बाबाजी का जन्मोत्सव, गुरु पूर्णिमा, रामनवमी, चैत्र माह व अश्विन माह की नवरात्र पर लाखों की संख्या में भक्त आते हैं। वर्षभर में सात आयोजन बड़े धूमधाम से वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ में आहुति देकर व (अन्नदान) भंडारे के साथ मनाए जाते हैं। ब्रह्मलीन गजाननजी महाराज का 24 मार्च को 104 वां जन्मोत्सव होली पूर्णिमा पर धूमधाम से मनाया जायेगा। चार संभाग इंदौर, ग्वालियर, भोपाल व जबलपुर सहित अन्य जिलों व पूरे भारत वर्ष से 3 राज्यो के भक्त 14 नवरात्रियो मे शामिल होते हैं। वैदिक मंत्रोच्चार से वर्षभर गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्री रामचरितमानस के अन्तर्गत रामायण पाठ किया जाता है। संतश्री योगेशजी महाराज ने ग्रामीण क्षेत्रो में लोगों को गुरु आरती के माध्यम से भक्तों को धार्मिक भावनाओ से जोड़कर रखे हुए हैं।
श्री अम्बिका आश्रम
संतश्री योगेशजी महाराज। ऑनलाइन के माध्यम से भी दुर्गा सप्तशती का पाठ ब्राह्मणों को सिखाया जाता है उससे भी कहीं भक्त जुड़कर इस सेवा का लाभ ले रहे है। मातृ शक्तियों के संख्या सबसे ज्यादा है। राष्ट्रीय स्तर के नारी सम्मान समारोह भी वर्ष भर में दो बार होते हैं।श्रीबालीपुरधाम मे नार्मदीय ब्राह्मण समाज का राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन होता है। श्री रामचरितमानस, दुर्गा सप्तशती, राम रक्षा स्तोत्र, दुर्गा चालीसा, हनुमान चालीसा का भी पाठ करवाकर धार्मिक ग्रंथो का वितरण किया जाता है।
बहनों की सनातन धर्म में वापसी कर संस्कारों की दीक्षा दी जाती है। अब तक करीब 450 से अधिक ग्रामो के भक्त जुड़कर प्रत्येक गुरुवार को बाबाजी की आरती मे सम्मिलित होते है।संतश्री जी ने बताया कि कई लोग अपने कष्टों का निवारण करने राजस्थान मेहंदीपुर बालाजी मंदिर जाते हैं।
ब्रह्मलीन गजाननजी महाराज का सपना नर्मदा के तट पर ही कष्ट भंजन हनुमानजी का मंदिर बनाने का था जहाॅ पर लोगों के कष्ट यहीं दूर हो जाए। बाबाजी की कृपा से उनके शिष्य योगेशजी व सुधाकरजी महाराज ने बाबाजी का सपना साकार करने के लिए नर्मदा तट स्थित बोधवाड़ा में ग्यारह मुखी हनुमानजी की मूर्ति स्थापित की।बाबाजी का आश्रम बाकानेर, पिपली, भाग्यपुर व पीपल्दागढ़ी में भी हैं।
संतश्री ने बताया कि वर्षभर में तीन बार जनेऊ संस्कार भी किया जाता है, जिसमें हजारों ब्राह्मण व बटुक जनेऊ धारण करते हैं। बालीपुर धाम में दर्शन के लिए भक्तों के साथ -साथ राजनैतिक नेता भी पहुंचते हैं, जो श्रद्धाभाव से दर्शन कर अपने आप को धन्य मानते हैं।
संतश्री योगेशजी महाराज द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में मंदिर निर्माण के लिए राशि का दान कर भक्तों को धर्म से जोड़ा जा रहा है। बालीपुर धाम में विधानसभा चुनाव के दौरान गृहमंत्री अमित शाह भी दर्शन करने पहुंचे थे। उन्होंने आश्रम में बाबाजी के दर्शन कर संतश्री से आशीर्वाद लिया था। इसी प्रकार गत वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान भी जन्मोत्सव पर धर्मपत्नी के साथ उपस्थित हुए थे, जिन्होंने लाखों की संख्या में शामिल हुए भक्तों को नशामुक्ति अभियान में संकल्प दिलाया तथा नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत इंग्लैंड से प्रमाण पत्र भी प्राप्त हुआ था । सद्गुरु सेवा समिति के अध्यापक जगदीश पाटीदार ने बताया कि अलोक शर्मा, कैलाश विजयवर्गीय,रमेश मेंदोला, गोलु शुक्ला,पुष्यमित्र भार्गव के साथ ही पूर्व गृहमंत्री उमाकांत गुप्ता एवम अधिकारी वर्ग भी दर्शनार्थ हेतु आ चुके हैं। वर्तमान में भी श्रीबालीपुरधाम मे बाबा जी के 104 वे अवतरण दिवस पर बडी- बड़ी हस्तियां आने की संभावना है। इस वेदांती आश्रम मे वर्षभर में छोटे-बड़े करीब 45 से अधिक भंडारे का आयोजन किया जाता है। श्री धाम मे शादियों का आयोजन भी नि:शुल्क होता है। भक्तों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ रामायण पाठ, हनुमान चालीसा पाठ, दुर्गा चालीसा पाठ ,ब्राह्मणों द्वारा 24 लाख गायत्री मंत्र का जाप व बाबाजी की आरती के साथ पूजन विधि- विधान से संपन्न किए जाते हैं। संतश्री सुधाकरजी महाराज रोगियों को निःशुल्क दवाइयां देकर उपचार करते हैं। औषधीय दवाइयों का सेवन करने से हजारों भक्त स्वस्थ हुए हैं। तथा भक्तो को पूजन करने,जप करने, मौन रहने, नियम का पालन करने हेतु प्रेषित करते है।व्रत,मुहूर्त,,ज्योतिष आदि का कार्य देखते हैं।
संकलनकर्ता:- सद्गुरु सेवा समिति के अध्यापक जगदीश पाटीदार ।