चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक
विश्वविद्यालय के कैलाश भवन में
रविवार को बाबासाहेब डॉ. भीमराव
अंबेडकर की 133वीं जयंती मनाई
गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप
में उपस्थित अधिष्ठाता छात्र कल्याण
डॉ. मुनीश कुमार दने कहा कि
संविधान निर्माता डॉ.भीम राव
अंबेडकर जी ने अपना पूरा जीवन
अछूतों, महिलाओ एवं आर्थिक रूप
से कमजोर लोगों की भलाई के लिए
न्योछावर कर दिया। उन्होंने कहा कि
वह एक महान अर्थशास्त्री तथा समाज
सुधारक थे। जिन्होंने सामाजिक
समरसता के लिए अहम भूमिका
निभाई। डॉ. मुनीश कुमार ने कहा कि
वह देश के सविधान के शिल्पकार थे
उन्हें भारतीय संविधान का जनक भी
कहा जाता है। डॉ. भीमराव अंबेडकर
ने भारतीय कानून एवं शिक्षा में
उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री के रूप में भी कार्य किया। इस अवसर पर भंडार क्रय अधिकारी डॉ.कौशल कुमार, सह अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ.राजीव, प्रस्थापना अधिकारी डॉ.संजीव शर्मा, सुरक्षा अधिकारी डॉ. अजय कुमार सिंह, गेहूं जनक
डॉ.सोमवीर सिंह तथा सेवानिवृत्ति
अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. धर्म राज सिंह ने भी अपने विचार रखे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के 500 से अधिक छात्र-छत्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।
संवाददाता: प्रवीण त्रिपाठी, कल्याणपुर, कानपुर नगर