श्रमण श्री भूतबलि सागर समाधि स्थली स्मारक भूमि शिलान्यास समारोह 14 को, मुनि संघ के सानिध्य में
चैत्र शुक्ल पंचमी से पर्यूषण महापर्व प्रारंभ, उत्तम क्षमा धर्म मनाया।
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
आष्टा। हमेशा क्षमा भाव रखें, क्षमा वीरों का आभूषण है। किसी के प्रति भी बैर भाव रखेंगे तो उसका फल स्वयं को ही भोगना पड़ेगा।मैं आचार्य श्री से बड़ा हूं, मुझे पहले जाना था, लेकिन मेरे गुरु पहले चलें गए। आचार्य भगवंत विद्यासागर महाराज के पास सबसे पहले उन्हीं के परम शिष्य मुनि भूतबलि सागर महाराज पहुंचें है। आष्टा का इतिहास स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। किला मंदिर परिसर में एक महान संत की धार्मिक विधि अनुसार समाधि हुई। रविवार को किला मंदिर के समीप गुरुदेव मुनिश्री भूतबलि सागर महाराज की समाधि स्थली स्मारक का भूमिपूजन किया जाएगा। जिसमें समाज सहित सभी गुरु भक्तों को अपनी उपस्थिति दर्ज कराना चाहिए।
उक्त बातें नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर विराजित पूज्य मुनि सागर महाराज एवं ब्रह्मचारिणी मंजुला दीदी ने चैत्र मास के दसलक्षण महापर्व के पहले दिन उत्तम क्षमा धर्म मनाते हुए आशीष वचन देते हुए कहीं।इस पावन अवसर पर दसलक्षण महामंडल विधान का आयोजन भी किया गया। मुनि सागर महाराज एवं ब्रह्मचारिणी मंजुला दीदी ने कहा कि
इस दसलक्षण महापर्व का भी बहुत महत्व है।
आज होगा समाधि स्थल पर भूमि पूजन
संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज के प्रथम परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री भूतबलि सागर महाराज की समाधि आष्टा की पावन भूमि श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर हुई थी। समाधि स्थल पर स्मारक बनाने हेतु भूमि शिलान्यास समारोह 14 अप्रैल रविवार को मुनि संघ मुनिश्री मौन सागर महाराज, मुनि सागर महाराज, मुक्ति सागर महाराज, ब्रह्मचारिणी मंजुला दीदी आदि के पावन सानिध्य में आयोजित किया गया है। विगत दिवस संत शिरोमणि आचार्य भगवंत श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक ज्येष्ठ श्रेष्ठ शिष्य चर्या शिरोमणि परम पूज्य श्रमण श्री भूतबलि सागर जी महाराज की समता पूर्वक समाधि आष्टा में सम्पन्न हुई थी।समाधि स्थल पर भव्याति भव्य श्री भूतबलि सागर समाधि स्थल स्मारक बनाया जाएगा। वियतनाम के श्वेत मार्वल से निर्मित होने वाले स्मारक के भूमि शिलान्यास का भव्य आयोजन 14 अप्रैल रविवार को दोपहर डेढ़ बजे से स्थान -श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर आष्टा में समाधि सम्राट मुनिश्री भूतबलि सागर महाराज के शिष्यगण परम पूज्य मुनि श्री मौन सागर जी महाराज ,मुनि सागर जी महाराज एवं मुक्ति सागर जी महाराज ससंघ के पावन सानिध्य एवं ब्रह्मचारिणी मंजूला दीदी व पंडित भागचंद शास्त्री देवास के कुशल निर्देशन में सम्पन्न होने जा रहा है। अतः उक्त भव्य आयोजन में सपरिवार पधारकर साक्षी बन पुण्य अर्जन करने का आग्रह श्री सकल दिगम्बर जैन समाज आष्टा, श्री दिगम्बर जैन पंचायत समिति व मुनि सेवा समिति आष्टा ने किया है।