पोड़ी उपरोड़ा जिला सहकारी बैंक मे फिर हुए 4 लाख गायब : NN81

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पोड़ी उपरोड़ा जिला सहकारी बैंक मे फिर हुए 4 लाख गायब : NN81

10/04/2024 | April 10, 2024 Last Updated 2024-04-10T07:09:10Z
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 छत्तीसगढ़ पोड़ी उपरोड़ा

नानक राजपुत

स्लग :- पोड़ी उपरोड़ा जिला सहकारी बैंक मे फिर हुए 4 लाख गायब, नावापारा के किसान ज्ञान सिंह परेशान, कुछ दिन पहले भी राशि आहरण कि हुई थी शिकायत, जांच जारी। 



पोड़ी उपरोड़ा के जिला सहकारी बैंक से लगातार दूसरी बार किसान के बिना जानकारी के राशि आहरण कि शिकायत मिली, बैंक ने कहा गड़बड़ी हुई है कुछ दिन मे राशि वापस हो जाएगी, इससे पूर्व भी एक किसान के खाते से राशि अहरण हुई थी जिसकी जांच चल रहि है, अब एक और नये मामले सामने आ गए। 


दरसल आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र के भोले भाले किसान ये सोचकर निश्चिन्त रहते हैं कि उनके रूपये बैंक मे सुरक्षित हैं, लेकिन यह सोच उन्हें सदमे मे ला दिया है क्युकी उनके खाते से राशि निकलते जा रहे हैं, शासन बैंक मे कर्मचारी नियुक्त करते हैं ताकि वे ईमानदारी से अपनी ड्यूटी निभाए लेकिन बैंक के ही कर्मचारी राशि को लेकर गड़बड़ झाला करने लगे तो आखिर भरोसा किसपे करे,  आज फिर एक किसान नावापारा निवासी ज्ञान सिंह के खाते से अलग अलग किस्तों मे लगभग 4 लाख कि राशि गायब होने कि जानकारी मिली जबकि किसान को अपने खाते से राशि आहरण कि जानकारी ही नहीं, इससे कुछ दिन पहले ही जामकछार निवासी अयोध्या प्रसाद नेटी ने भी राशि आहारण को लेकर बैंक मे ही शिकायत दर्ज कराई थी जिसकी जांच चल रहि। 


ज्ञान सिंह ने बताया कि उसने अपने खाते मे 180 क्विंटल धान बेचे थे जिसकी राशि अलग अलग किस्तों मे लगभग 5 लाख रु जमा हुई। ज्ञान सिंह ने एक माह पहले अपने खाते से तीन किस्तों मे 1 लाख रु आहरण किये थे बाकि के राशि सुरक्षित बैंक खाते मे जमा थे, वही आज ज्ञान सिंह फिर से राशि निकालने आये ज़ब खाते मे जमा शेष राशि कि जानकारी मांगी गई तो महज 18000 रु खाते मे जमा है कहकर बैंक द्वारा बताया गया, किसान ज्ञान सिंह आश्चर्य हो गया जबकि उसमे अपने खाते मे 4 लाख कि राशि छोड़े हुए थे, ज्ञान सिंह ज़ब भी राशि आहरण करते वह हस्ताक्षर के माध्यम से पर्ची भरकर राशि निकालते थे, जबकि ऐसा कभी नहीं हुआ कि उनके खाते से बिना उसके जानकारी के राशि निकल गई हो, लेकिन आज अचानक 4 लाख रु खाते से गायब हो जाना बैंक कार्य प्रणाली पर संदेह जाहिर करती है, वही किसान ज्ञान सिंह ने बताया कि बैंक के कर्मचारी ने कहा कि बैंक से ही कुछ त्रुटि हुई है कुछ दिनों मे राशि उन्हें मिल जाएगी।


लगातार इस तरह के मामले आना बैंक के कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है पहली शिकायत अयोध्या प्रसाद ने कि थी जिसका निराकरण अब तक नहीं हो पाया है जबकि अयोध्या प्रसाद ने कलेक्टर महोदय को भी शिकायत दर्ज कराई है, वही दूसरा मामला ज्ञान सिंह के सामने हैं जिनके खाते से लगभग 4 लाख रु आहरण हुए है, अब देखना यह है कि क्या जांच दल गठित होकर निष्पक्ष रूप से बैंक द्वारा हुए गड़बड़ी कि जांच करती है या फिर जांच महज जांच तक ही सिमित रहती है।