गुनिया नदी हुए आधी शासकीय : NN81

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गुनिया नदी हुए आधी शासकीय : NN81

05/04/2024 | April 05, 2024 Last Updated 2024-04-05T09:47:23Z
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 गुनिया नदी हुए आधी शासकीय, आदि प्राइवेट गुनिया नदी के नाम पर हुआ लाखों का भ्रष्टाचार

 गुना शहर को अभिशाप बनी, जीवन दाहिनी नदी



गुना जिले से गोलू सेन की रिपोर्ट




गुनिया को अभी तक नहीं मिली कोई भी पहचान नदी और नाले के अधर में फांसी गुनिया


गुना राजस्व विभाग भी नहीं दे पाया गुनिया को गुनिया नदी का दर्जा


मामला गुना शहर के बीचों बीच वह रहें उस जलधारा का जिसको हम न नदी कह सकते और न ही नाला जी हां आपको सुनकर बड़ी हैरानी होगी की गुना शहर के बीचों बीच बह रहीं वह जलधारा जिसका कोई एक निश्चित नामकरण नहीं हो पाया है फिलहाल गुना की जनता उसको गुनिया नदी के नाम से जानती है 

गुनिया नदी सिंगवासा से शुरू होकर मकरावदा तक बहती है। इसके बाद यह रामपुर डैम में मिल जाती है। इसकी लंबाई छह किमी है।

रिकॉर्ड में *घालमेल* 16 जगह पर नदी, दो जगह नाला बताया गया

राजस्व रिकॉर्ड में नदी को कहीं भी गुनिया नाम नहीं दिया गया। इसे नदी बताया गया है।

कैंट, गुना, पिपरौदा खुर्द और सकतपुर में यह करीब छह किमी तक बहती है।

राजस्व रिकॉर्ड के मुताबिक इसके पूरे बहाव क्षेत्र को कुल 18 पटवारी हलकों में बांटा गया है, जिनमें से 16 जगहों पर इसे नदी कहा गया है, जबकि दो जगह इसे नाला बताया गया है।

इसके नाले वाले हिस्से करीब 1800 फीट लंबे बताए गए हैं। इसमें इसकी चौड़ाई 80 से 20 फीट के बीच है।

रिपोर्ट में सिंचाई विभाग के दस्तावेजों के हवाले से नदी का नाम नेगरी बताया गया है।

रिकॉर्ड में नदी की चौड़ाई कहीं 150 फीट तो कहीं 20 फीट अभी नाला बनकर बाह रही है गुनिया एनजीटी के कमिश्नर भी कर चुके हैं गुनिया नदी का सर्वे सर्वे से भी नहीं निकला कोई हल लाखों रुपए खर्च हो चुके हैं गुनिया के नाम पर लेकिन गुनिया आज भी अपने नाम को तरस रही और दिन वा दिन बाद से बत्तर होती जा रही है  गुनिया की स्थिति आज गुनिया का पानी गुना नगर वासियों को अभिशाप बन रहा है गुनिया के आस पास रहने वाले लोगों का जीना दुश्वार हो रहा है गंदगी के मारे इतनी बदबू आ रही है कि लोग अपने घरों की खिड़कियों को लगाकर भी चैन से नहीं रह पा रहें है और वही पानी की बात करें तो गुनिया नदी के किनारे जो निजी बोर या जेटपंप है उनका पानी अगर देखा जाए तो इतना गंदा निकलता है कि उसको ना आप पी सकते और ना ही उस पानी से आप नहा सकते हैं अगर सरकारी पंपों का पानी नगरवासियों को ना मिले तो शहर में त्राहि त्राहि मच जाएगी  गुनिया के नाम पर लाखों रुपए कमाने वाले गुनिया के हमदर्द आज कहां गए हैं क्या होगा गुनिया नदी का भविष्य गुना नगर पालिका से लेकर गुनिया नगर समिति भी इस पर कुछ विशेष नहीं कर पाई हैं एक तरफ पानी की मारामारी  हैं और दूसरी तरफ पानी में गंदगी है आखिर समस्या का समाधान कैसे होगा प्रशासन की चुप्पी और उदासीनता के रवाये से लोग हो रहे हैं परेशान गुनिया नदी का न ही अतिक्रमण हटाया गया है और ना ही सफाई हो पाई है अब आगे क्या होगा आप कुछ समझ सकते हैं बारिश में गुनिया के कहर से बहुत से लोग होते हैं परेशान *अगले अंक में और भी*