तहसील कार्यालय में प्याऊ केंद्र बने शो पीस, पेयजल हेतु भटक रहे लोग
लांजी भीषण गर्मी का दौर शुरू हो गया है तापमान 42 डिग्री के आसपास पहुंच चुका है
नगर का महत्वपूर्ण विभाग तहसील कार्यालय जैसे में लोग पानी के लिए इधर-उधर भटकते देखे जा सकते हैं तहसील कार्यालय में बनाया गया प्याऊ केंद्र मात्र शो पीस बनकर रह गया है जहां घड़े तो है पर घड़ो पर पानी नहीं रहता लोग जब वहां जाते हैं तो खाली घड़ा देखकर मायूस होकर वापस चले जाते हैं तथा उक्त विभाग में इस लापरवाही को कोसते नजर आते हैं तथा आपस में चर्चा कर इस महत्वपूर्ण विभाग में इस अनियमितता की चर्चा करते हैं। जबकि उक्त विभाग में लोगों का भारी जलसा रहता है जबकि वर्तमान समय में गर्मी का भारी प्रकोप चल रहा है ऐसी स्थिति में हर व्यक्ति को पेयजल के लिए यहां वहां जाते देखा गया है लेकिन इस विभाग में प्याऊ की उचित व्यवस्था न होने से लोग पानी के लिए प्यासे भी देखे गए हैं बताया जा रहा है तहसील परिसर में तहसीलदार कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, उप पंजीयन कार्यालय, लोक सेवा केंद्र आदि भी संचालित है । यहां अधिकारियों सहित अधीनस्थ स्टाफ के लिए तो पानी की व्यवस्था की गई है लेकिन यहां आने वाले लोगों के लिए पीने के पानी के घड़े तो है पर उनमें पानी नहीं है। तहसील में रोजाना 400 से अधिक लोग समस्याओं का समाधान करने के लिए आते हैं। ऐसे में काम के इंतजार में दिन भर भटकते रहते हैं। भीषण गर्मी में जब उन्हें प्यास लगती है तो कार्यालय में पानी के खड़े खाली मिलते हैं इस कारण गर्मी में पानी के लिए भटकना पड़ता है। वही कार्यालय में अधिकारीयों और कर्मचारियों के लिए पानी की केन बुलाई जा रही है । इस विभाग की बिल्डिंग के अंतर्गत रजिस्ट्री कार्यालय भी है जहां पर भी भीड़ का दृश्य देखा जाता है इस विभाग की तरफ से भी कोई समुचित पेयजल की व्यवस्था नहीं है बाहर से आए लोग इस अव्यवस्था के शिकार होते जा रहे हैं जिन्हें मजबूर होकर बाहर मार्केट से पानी की बोतल खरीदना पड़ता है जो सक्षम व्यक्ति है वह तो ले लेते हैं लेकिन गरीब तबके के लोग भी पैसा खर्च करके पानी की बोतल लेने के लिए मजबूर है एक और गरीब व्यक्ति इन्हें गिन्हे पैसे लेकर तहसील कार्यालय पहुंचता है उस पर भी गरीब की जेब पर किसी प्रकार का अतिरिक्त खर्च आता है तो उस राशि को गरीब के द्वारा जुगाड़ करने में काफी मसकत करनी पड़ती है। वन विभाग द्वारा संचालित निस्तार डिपो में भी पेयजल की व्यवस्था नहीं है जहां लोग दूर से आकर बास लकड़ी की इस चिलचिलाती की धूप में खरीदी करने आते हैं लेकिन उन्हें गर्मी के मौसम में पेयजल हेतु परेशान होते देखा गया है। संबंधित विभाग के द्वारा भी कहीं ना कहीं घोर लापरवाही दिखाई देती है। मांग की जा रही है कि ऐसे प्रमुख कार्यालयों में जनहित में उचित पेयजल की व्यवस्था की जाए ताकि लोग इस भीषण गर्मी में अपनी प्यास बुझा सके।