श्रीधाम वृंदावन मे स्थित श्रीकृष्ण प्रणामी परम धाम मंदिर मे चल रही श्रीमद् भागवत कथा में कथा व्यास पंडित श्रीजी पंकज शास्त्रीजी महाराज को वृंदावन के विद्वानो द्वारा सनातन गौरव से सन्मानित किया गया
और कथा के विश्राम दिवस मे महाराज श्री ने श्री सुदामा चरित्र की कथा का वर्णन किया कहा की ब्राह्मण कभी दरिद्र नही होता है ब्राह्मण तो जगत कल्याण के लिए अपने आपको दिन हीन समझता है और जगत के लोगो को भगवत भजन मे लगाता है सुदामा जी महाराजने भगवान के नाम संकीर्तन की महिमा दिखाये की भगवद नाम संकीर्तन से जीव को सब कुछ प्राप्त होता है और भगवान उसे अपने हृदय मे धारण कर लेते है और उनके नाम की महिमा नाम संकीर्तन करता रहता है भगवान सदैव उसके साथ रहते हैं अखिल भारत वर्षीय ब्राह्मण महासभा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित श्रीविहारीलाल वशिष्ठ जी ने कहा की महाराज श्री ने अल्प आयु मे भगवत नाम संकीर्तन सनातन धर्म का प्रचार प्रसार प्रारंभ कर दिया और इन्होने हमेशा से सनातन धर्म के लिए अपने आपको न्योच्छावर कर दिया भगवान सदैव अपने कृपा बनाये रखे वही पूज्य महाराज के सद्गुरु देव ब्रजवासी जगद्गुरु पंडित श्रीकृष्ण कन्हैया पदरेनु जी महाराज ने कहा के पंकज शास्त्री के अंदर सनातन धर्म के लिए एक अलग ही उत्साह नजर आता है और ये हमेशा से ही भगवद नाम संकीर्तन का प्रचार प्रसार करने मे लगे है प्यारे प्रभू ऐसे भक्त पर सदैव अपनी कृपा बनाये रखे सद्गुरु देव महाराज ने अपनी अमृतमयी वानी से प्यारे प्रभू भगवान श्रीकृष्ण के लिए नाम संकीर्तन किया औंर भजन श्रवण कराया कथा विश्राम के पश्चात श्रीमद्भागवत जी की आरती और भक्तो को प्रसाद वितरण किया गया कथा के मध्य आचार्य करुणा शंकर जी आचार्य कृपा शंकर जी राकेश शास्त्रीजी ईश्वर चंद्र रावत जी अनिल कृष्ण शास्त्री विष्णुकांत भरद्वाज ब्रजवासी भैया मांडवी मिश्रा आदी भक्त जन उपस्थित रहे