संवाददाता-: प्रमोद शर्मा
लोकेशन---: बरेली
नगर पालिका प्रशासन चढ़ा भ्रष्टाचारियों की भेंट
अवैध रूप से मृतक आश्रितों को दी जा रही है नौकरी।
बरेली। उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचारियों पर नकेल कस रहे हैं। और वहीं दूसरी ओर बरेली जनपद की नगर पालिका परिषद फरीदपुर भ्रष्टाचारियों को बढ़ावा देकर उनकी जड़ों को मजबूत करने का कार्य कर रही है। जिसको समाचार पत्रों द्वारा आए दिन उठाया जा रहा है लेकिन उसके बावजूद भी तहसील बा जिले के अधिकारी अंजान बने हुए हैं। फरीदपुर नगर पालिका द्वारा वर्ष 2000 में 44 दुकाने जलकल संस्थान में तैयार करवा कर व्यापारियों को दुकान किराए पर दी गई थी। जिनकी अनुबंध अवधि वर्ष 2010 में समाप्त होने के बाद नई प्रक्रिया कराकर उन दुकानों का अनुबंध/रिनूवल किया जाना था। जिसे पालिका प्रशासन ने ठंडी बस्ते में डाल कर लगभग 14 वर्षों से दुकानदारों को सहूलिया देते हुए उनसे अवैध रूप से वसूली कर प्राप्त धनराशि को सरकारी खजाने में जमा ना कराकर आपस में ही बंदरबांट कर रहे हैं। इसके बाद भी फरीदपुर पालिका प्रशासन की ओर से मृतक आश्रितो को न्यायोचित नियुक्ति न देकर अवैध रूप से नियुक्ति देने का कार्य चल रहा है। फरीदपुर नगर पालिका का एक हैरान कर देना वाला मामला प्रकाश में आया है। जिसमें मृतक आश्रितों को अवैध रूप से नियुक्ति दी गई और दूसरे की तैयारी चल रही है। नगर के अतुल मिश्रा ने नगर पालिका में व्याप्त भ्रष्टाचार के संबंध में शिकायत करते हुए आरोप लगाया है की नगर पालिका में रह रहे व्यक्ति के पिता की मृत्यु हो जाने के बाद मृतक आश्रित में उन्हें नियम विरुद्ध नौकरी दी गई थी। अब संबंधित व्यक्ति की भी मृत्यु हो चुकी है इसके बाद भी नगर पालिका में उनकी पत्नी को मृतक आश्रित में नौकरी देने की तैयारी की जा रही है पालिका में तैनात अन्य व्यक्तियों को भी उनके पिता की मौत के बाद मृतक आश्रित में अवैध रूप से नौकरी दी गई। जिस समय उनकी आयु कम थी। शिकायतो पर पालिका प्रशासन विगत समय से नोटिस भेजने की बात कह कर एक ही पैतरा अपनाते हुए तहसील व जिला प्रशासन को गुमराह कर कार्यवाही को ठंडे बस्ते में डाल कर अपने अवैध वसूली के कार्य को भली-भांति अंजाम दे रही है नगर पालिका परिषद फरीदपुर।