बाल श्रम एवं बाल विवाह पर स्टेक होल्डर कार्यशाला सम्पन्न
हार्ड संस्था मध्यप्रदेश की पहल
गत दिवस जिला मुख्यालय उमरिया अंतर्गत विकटगंज स्थित विकास संवाद के कार्यालय में स्टेक होल्डर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन हार्ड संस्था के द्वारा कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन के सहयोग से किया गया । कार्यशाला में श्रम निरीक्षक उमाशंकर त्रिपाठी, पत्रकार एवं CWC के सदस्य अरूण त्रिपाठी , WCD के शोशल वर्कर महिपाल सिंह मरकाम, वातायन संस्था से शंभू सोनी, रिटायर्ड शिक्षक एवं लोक समिति के रामलखन सिंह चौहान, पुलिस सेवा से रिटायर्ड शेख धीरज जी और विकास संवाद समिति के साथी उपस्थित रहे ।
कार्यशाला का संचालन विकास संवाद के जिला समन्वयक भूपेंद्र त्रिपाठी जी ने सभी के परिचय से किया । उन्होंने विषय प्रवेश करते हुए जिले में बाल विवाह एवं बाल श्रम की स्थिति पर चर्चा किया । हार्ड संस्था के प्रमुख सुशील शर्मा जी के द्वारा कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए कहा गया कि संस्था बाल श्रम, बाल तस्करी, एवं बाल विवाह के मुद्दे पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन के साथ कार्य करते हुए यह कार्यशाला आयोजित कर रही है। 18 वर्ष से कम उम्र के बच्चे कहीं भी श्रम न करें, कानून के अनुसार शादियां हो । पत्रकार अरुण त्रिपाठी जी ने अपने CWC के अनुभवों एवं हुए प्रयाशों को शेयर करते हुए बताया कि हमारे यहाँ सबसे बड़ा मुद्दा ये है कि जिस बच्चे को रेस्क्यू किया जाता है उन्हें रखने के लिए जिले उमरिया में कोई व्यवस्था नही है । अपनी बात रखते हुए शंभू सोनी जी ने, पलायन पर जाने वाले परिवारों के बच्चों एवं उनके समस्याओं पर ध्यानाकर्षण किया ।
श्रम निरीक्षक उमाशंकर त्रिपाठी ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिले में श्रम विभाग के प्रयाशों की जानकारी दी। उन्होंने उक्त कार्य मे विभाग के सामने आने वाली चुनौतियों चर्चा करते हुए कहा कि हमारे विभाग में कर्मचारियों की कमी है। इसके अलावा इस काम से जुड़े विभागों से जुड़े अपेक्षित सहयोग नही मिलता । श्रम विभाग को पूरी तरह से मदद नही मिल पाती , बाल श्रम, बाल तस्करी, एवं बाल विवाह के मुद्दों पर FIR कराने में मसक्कत करनी पड़ती है । कार्यशाला में जितेंद्र गौतम, जुबैर शेख , नगीना सिंह एवं शिवांश सिंह सेंगर ने अपनी बात रखी । कार्यशाला के उपरांत श्रम निरीक्षक उमाशंकर त्रिपाठी के नेतृत्व में सभी प्रतिभागियों ने रेल्वे स्टेशन में चल रहे काम का स्पॉट चेकिंग भी की गई । कार्यक्रम को सफल बनाने में वृंदावन सिंह, फूल बाई सिंह, बालेन्द्र मिश्रा, एवं संपत नामदेव का विशेष सहयोग रहा।