ग्राम गुलाटी से बालीपुर मात्र 1 किलोमीटर की परिधि में 21वीं सदी में रोड नहीं बन पाया, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण मौन : NN81

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ग्राम गुलाटी से बालीपुर मात्र 1 किलोमीटर की परिधि में 21वीं सदी में रोड नहीं बन पाया, जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण मौन : NN81

04/08/2024 | August 04, 2024 Last Updated 2024-08-04T08:06:14Z
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 स्लग :---ग्राम  गुलाटी से बालीपुर मात्र 1 किलोमीटर की परिधि में 21वीं सदी में रोड नहीं बन पाया, जनप्रतिनिधि   एवं अधिकारीगण  मौन। 


शिक्षा -ज्ञान  के   लिए छात्र -छात्राएं पढ़ने को मजबूर।  


मनावर  धार से हर्ष पाटीदार की रिपोर्ट।, 




विओ :---ग्राम गुलाटी में  21वीं सदी में भी पढ़ने वाले बच्चे और शिक्षक नदी नालों में से निकलकर शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं,। ग्राम गुलाटी से बालीपुर मार्ग के बीच दो पुलिया आती है, जिसमे जुलाई  से फरवरी माह तक लगातार पानी बहता रहता है, जहां से पढ़ने वाले बच्चे और शिक्षक इन्हीं पानी में से निकलकर अपनी शिक्षा ग्रहण करने जाते हैं, जिसकी खबरे मीडिया के माध्यम से कई बार प्रकाशित हो चुकी है।  181 सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर दिनांक 20 दिसम्बर 2022  को RES के E  महेन्द्र सोलंकी ने 2022 मे उक्त मार्ग पर जाकर  गुलाटी से बालीपुर रोड का सर्वे किया ।गुलाटी और बालीपुर जिस रोड की लंबाई मात्र 1 किलोमीटर के लगभग है। गुलाटी की  पुलिया की लागत  67.35 लाख और शमशान के बाद बालीपुर की पुलिया की  लागत 82. 90 लाख और ग्रेवर सडक एक किलोमीटर की लागत 33.53 लाख का 11 अप्रैल 2022 को तीनों एस्टीमेट बनाकर RES  के E, महेंद्र सोलंकी ने तैयार किये थे। परंतु धरातल पर आज तक कोई कार्य नहीं हुआ है। 2022 के बाद आज 2024 लगभग पूरे 2 साल हो गए हैं ।जनपद पंचायत के ceo  विष्णु कुमार गुप्ता ने स्पॉट देखने को आने वाले थे ।परन्तु गांव के सरपंच से मिलकर चले गए। समस्या ज्यों की त्यों यथावत  है।।  अधिकारीगण  व जनपद प्रतिनिधि  गाँव वालो से रूबरू नहीं हुए। पूरे मार्ग पर कीचड़ ही कीचड़ जमा  हुआ है। वर्तमान स्थिति में  चूरी या मुरूम डलवाना अनिवार्य है । मौके से मुंह मोड़ कर  जनप्रतिनिधि व अधिकारीगण चले जाते हैं।  ग्राम गुलाटी व आसपास  क्षेत्र से लगे टेमरियापूरा और  अन्य क्षेत्र से आज भी बालीपुर शिक्षा ग्रहण करने जाते  है।बच्चे व शिक्षक व आम जनता को भी आने जाने वालों को इस 21वीं सदी में भी इतनी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।