पोषण वाटिका स्थापित करने के लिए प्रशिक्षण सम्पन्न
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कलेक्टर सुश्री ऋजु बाफना के निर्देशानुसार एवं प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री नीलम चौहान के मार्गदर्शन एवं कृषि वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. गायत्री वर्मा रावल के नेतृत्व में कृषि विज्ञान केंद्र शाजापुर में गत दिवस सक्षम आंगनवाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ताओं को पोषण वाटिका स्थापित करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान कार्यकर्ताओं को पोषण संर्वधन कार्ययोजना पर डॉ. गायत्री रावल द्वारा बताया गया कि कुपोषण एवं एनिमिया के कई कारण हैं, जिसकी जड़ें समाज में गहराई से जुड़ी हैं, समाज में खाद्यान की कोई कमी नहीं है, मगर खाद्यान के प्रति जागरूकता की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर उपलब्ध जमीन पर ऋतु अनुसार पौधे अवश्य लगाएं एवं आज की आवश्यकता अनुसार पोषण वाटिका का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि पौधों की उचित वृद्धि के लिए वर्मी कम्पोस्ट खाद का उपयोग करें। पोषण जीवन के हर चरण में स्वास्थ्य व कल्याण के लिए आवश्यक है, इसलिए ताजे फल व सब्जियां खाने में अवश्य शामिल करें। उन्होंने कहा कि प्रोटीन का मुख्य स्रोत सोयाबीन है, इसका उपयोग दैनिक जीवन में करना चाहिए। साथ ही खाद्य पदार्थों के बारे में उचित सलाह देकर दैनिक खानपान में प्रोटिन, विटामिन व आयरन युक्त पदार्थों का सेवन करने को प्रेरित करना चाहिए।
इस दौरान बाल संरक्षण अधिकारी श्री राघवेंद्र मीणा द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को ग्राम स्तरीय बाल संरक्षण समिति पर विस्तार से जानकारी देते हुए गाँव में बाल अपराध रोकथाम एवं बाल संरक्षण मुद्दों की जानकारी दी गई। इस दौरान उपस्थित प्रभारी जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री नीलम चौहान ने आंगनवाडी कार्यकर्ता को निर्देश दिए कि आंगनवाडी केंद्रो के संचालन के साथ ही पोषण संबंधी गतिविधियों में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं करें एवं ऋतु अनुसार सब्जियां व फलों का रोपण कर समय-समय पर उनकी देखभाल प्राकृतिक तरीके से करना सुनिश्ति करें।
शाजापुर से संवाददाता राजकुमार धाकड़