स्लग:----पंडित आचार्य संतोष दवे ने सप्तम दिवसीय कथा सुनाई।
राम राम शब्द का अभिवादन स्वीकार कर राम राम बोलना चाहिए।
मनावर धार से हर्ष पाटीदार की रिपोर्ट।
विओ:------मातृशक्ति महिला मित्र मंडल द्वारा मां चामुंडा मंदिर के परिसर में श्रीमद्भागवत कथा कराई। कथा के सप्तम दिवस पर पंडित आचार्य संतोष दवे ने बताया कि भागवत कथा सुनने से घर में सुख, शांति और समृद्धि होती है। परिवार सुखमय रहता है तथा परेशानी भी नहीं होती है। अगर रास्ते मे कोई मनुष्य" राम-राम" बोलता है तो उसका अभिवादन स्वीकार कर उसका जवाब भी राम-राम मे हीं देना चाहिए। यह भारतीय सनातन संस्कृति और सभ्यता का परिचायक स्तोत्र है। श्राद्ध पक्ष में तर्पण करने से पितरों के ऋण चुकाने का अवसर मिलता है। श्राद्ध पक्ष में तर्पण करना चाहिए। गुरुर ब्रह्मा ,गुरु ही ईश्वर के साक्षात दर्शन करता है ।श्री श्री 1008 श्री गजानन जी महाराज बालीपुरधाम का जीवन वृतांत भी सुनाया।
गुरु महाराजा गुरु की जय- जय। पार ब्रह्म सतगुरु की जय जय। ।भजन पर महिलाओ ने खुब नृत्य किया। मातृशक्ति महिला मित्र मंडल उपाध्यक्ष श्रीमति पुष्पा पाटीदार मेम्बर, संगीता चौबे, अपराजिता पांडे,ललिता वर्मा ,ललिता लौहार,निशा उदासी,कला सोलंकी , चंद्रबाला चौहान, चंदू एस्के, नूतन शर्मा, लक्ष्मी चौहान, पिन्की वास्केल,गीता नटवर,अंगुर बाला मौर्य,कला सोलंकी कार्यकर्ता की उपस्थित थी। आरती के पश्चात भंडारा हूआ।