Reported By: Bablu Vishvkarma
Edited By: Abhishek Vyas X @abhishekvyas99
आईजा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शीघ्र उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से करेगें मुलाकात:
राजीव जैन सैनानी सिरोंज। पूरे देश में जैन समाज को संगठित करने और जैन तीर्थ क्षेत्रो की रक्षा एवं उन तीर्थ क्षेत्रो वाले स्थानो पर पूर्णता शराबबंदी व माशाहार मुक्त करने के लिए आईजा के माध्यम से पूरे देश में जैन पत्रकारो का एक महासंगठन को स्थापित करने वाले आईजा के राष्ट्रीय हार्दिक हुंडिया का सपना अब साकार होता हुआ दिख रहा है। उनके प्रयासो के द्वारा जैन समाज के नेता व अन्य राजनैतिक क्षेत्र के जनप्रतिनिधियो ने जो जैन समाज के प्रयास किया। उस प्रयास को भी सफलता मिलती दिखाई देने लगी है। आईजा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुंडिया ने असम के मुख्यमंत्री हेमन्त बिस्बा,सांसद सदस्य राज्यसभा नवीन जैन आगरा एंव पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य का आईजा ने आभार व्यक्त किया।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से किए थे सवाल -
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनो उत्तर प्रदेश के बागपत के जैन मंदिर में हुए हादसे को लेकर सबसे पहले देश में आईजा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुंडिया ने शोक जताते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सवाल किया है कि इस घटना के पीड़ितों के साथ भेद-भाव क्यों किया जा रहा है। उन्हें भी प्रयागराज कुंभ हादसे के पीड़ितों की तरह ही मुआवजा दिया जाना चाहिए। गौरतलब है कि विगत दिनो पूर्व प्रयागराज कुंभ में मौनी अमावस्या के दिन हुए भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की जान चली गयी थी जिन्हें सीएम योगी द्वारा 25-25 लाख का मुआवजा दिया गया। ऐसी ही घटना यूपी के ही बागपत जिले में हुई है, जहां एक जैन मंदिर परिसर में लकड़ी के शेड ढह जाने से 7 जैन श्रद्धालुओं की मौत हुई है, लेकिन प्रदेश की सरकार द्वारा उन्हें कोई भी सहायता नहीं दिया जा रहा है। उन्होने कहा कि महाकुंभ के प्रयागराज में जो घटना घटी और हमारे कई भक्तजन प्रभु का प्यारे हो गए। ऐसी ही घटना बागपत में भगवान आदिनाथ दादा के निर्वाण लड्डू पर्व पर मानस्तंभ परिसर में बने लकड़ी के पेंड़ ढह जाने से भी कई भक्तों की मौत हो गई।
देश का हर नागरिक भारतीय है -
वही हार्दिक हुंडिया ने कहा कि भारत देश का हर नागरिक भारतीय है। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश के बागपत और प्रयागराज में दोनों हादसों में मौत का शिकार बनने वाले दोनों भारत माता की संतान है तो योगी जी आप के राज में दोनों एक ही माता के संतानों में भेद-भाव क्यों। एक को मुआवजा और दूसरे को कुछ नहीं। योगी जी आप के शासन में ऐसा होगा वो हम कभी सोच भी नहीं सकते। अनंत कालों से चलता आ रहा जैन धर्म दादा आदिनाथ दादा के भक्त है तो प्रभु रामचंद्रजी के भी भक्त हैं। जैन धर्म के अनुयाई सब से ज़्यादा टैक्स भी भरते है और देश के विकास में हमेशा आगे रहते हैं। योगी जी देश प्रेमी रहना और सब से ज़्यादा टैक्स भरना क्या जैनों ने गुनाह किया। जैनों ने सब से ज़्यादा विश्वास भी आप पर और देश के यशस्वी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी पर किया है, बीजेपी सरकार पर किया है। आपकी सरकार जैनो के साथ कभी भी विश्वासघात नहीं करेगी ये पूरे जैन समाज को भरोसा है। भारत माता की जय बोलने वाले आदरणीय योगी जी आप भारत माता के संतानों साथ भेदभाव ना करके प्रयागराज और बागपत दोनों में मृतक परिवार को मुआवजा देकर दोनों परिवार के साथ न्याय करे। दोनों घटना धार्मिक स्थलों पर हुई है, दोनों भारत माता की संतान है किसी के भी साथ अन्याय ना हो यही आपकी और हम सबकी भावना होनी चाहिए। हार्दिक हुंडिया के मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र के बाद देश के जैन समाज के नेताओं में जागृति आई और जैन समाज के नेताओं ने इस मामले को उठाया। इस पर हार्दिक हुंडिया ने खुशी जाहिर करते हुए समाज के नेताओं और देश के वरिष्ठ जनप्रतिनिधिओं का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शीघ्र मुलाकात करेगें हार्दिक हुंडिया -
विगत दिनों पूर्व उत्तर प्रदेश के बागपत के बतौड में जैन मंदिर में हुए हादसे के दौरान जिन समाजजनो की मौत के मुआवजे को लेकर आईजा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुंडिया शीघ्र ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करेगें। साथ ही जैन परिवारो जनों को सरकार से मुआवजा दिलाने का हर स्तर पर प्रयास करेंगें।
25 लाख रूपये की आर्थिक सहायता की मांग -
भाजपा के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सांसद नवीन जैन आगरा ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखकर कहा कि दिगम्बर जैन कॉलेज बडौत जनपद बागपत में आयोजित तीर्थकर आदिनाथ भागवान जी के मोक्ष कल्याणक निर्माण महोत्सव के दौरान मानस्तंभ पर लडडू चढाने के दौरान मंच से नीचे गिर जाने के कारण साथ जैन श्रद्धालुओं की असामयिक मृत्यु हो गई। वही उन्होने कहा कि महाकुंभ की दुर्घटना में मृतको के परिजनों को प्रदेश सरकार द्वारा 25 - 25 की आर्थिक सहायता दी जा रही है। जिसके लिए में प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त करता हूं। वही उन्होने जैन तीर्थ क्षेत्र पर हुए हादसे में मृत्यु हुई जैन समाजजनो के नाम पत्र में लिखकर मुख्यमंत्री आदित्यनाथ से जैन परिवारजनों को 25 -25 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की।
हादसे में काल कलवित हुए जैन श्रद्धालुओं को दिया जाए मुआवजा -
भारत सरकार के पूर्व केन्द्रीय मंत्री एंव आईजा के राष्ट्रीय सलाहकार प्रदीप जैन आदित्य ने बडौत में जैन समाज के सात श्रद्धालुओं की दुखद मृत्यु पर शोक व्यक्त करते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जैन समाज के लोगो को मुआवजा दिए जाने की मांग की। जिससे जैन परिवार जनों को राहत की सांस मिलें। उन्होने कहा कि महाकुंभ में सगम तुट पर हुए हादसे में 30 लोगों की मौत एक दुखद घटना हुई। सरकार ने मृतकों के परिवार को 25-25 लाख रूपये का मुआवजा देकर राहत देने की कोशिश की है। वहीं घायलों को भी मुआवजा दिया जाता तो बेहतर होता। हादसे की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक कमेटी में यदि कोई दोषी पाया जाता है तो अपेक्षा की जाती है कि उनके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी। वही बडौत में भी जैन समाज के सात श्रद्धालुओं की दुःखद मृत्यु पर शोक जताया गया। लेकिन शोक सप्तत परिवार को मुआवजे के भुगतान की कोई घोषणा नहीं की गयी। इन परिवारों को भी मुआवजा दिया जाता तो ज्यादा उचित होता। जिससे जैन समाज के परिवार कुछ राहत की सास लेते। बडौत में सत्तर से अधिक घायल श्रद्धालुओं को अपना इलाज प्राइवेट अस्पतालों में करवाना पड़ा। इन घायलों को इलाज में बड़ी धनराशि खर्च करना पड़ी। अपेक्षा है कि सरकार मृतकों के परिवार को और घायलों को मुआवजे के भुगतान पर सहानुभूति पूर्वक विचार करेगी। बडौत में हुए हादसे में पुलिस कर्मियों द्वारा मानवता का धर्म निभाते हुए घायलों की सहायता की और उनके जीवन की रक्षा की। ऐसे पुलिस कर्मी प्रशंसा और पारितोषक के हकदार है। उन्होने उप्र सरकार से निवेदन करते हुए कहा कि जिन पुलिस कर्मियों ने घायलों की सहायता की है उन्हें राज्य स्तर पर उचित इनाम दिया जाना चाहिए एवं राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें सम्मानित किए जाने हेतु केन्द्र सरकार को संतुति करना चाहिए।
तत्काल मिलना चाहिए मुआवजा की धन राशि -
पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि महाकुम्भ की त्राशदी और या फिर बडौत में जैन समाज की त्राशदी हो दोनो ही त्राशदी में जो हमारे लोग काल कलवित हुए दोनो ही इस भारत के नागरिक है जिस तरह कुम्भ के अंदर हताहत लोगो को प्रदेश सरकार ने मुआवजा की धन राशि दी। उसी तरह बडौत में जो जैन समाज के लोग काल कलवित हुए है उनको भी सहायता राशि तत्काल देनी चाहिए। बडौत के अंदर सरकार अस्पतालों में घायलो के लिए कोई व्यवस्था नही थी। सभी लोग प्राईवेट नर्सिग होम व दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराए गए। उन घायलो को भी उसी तरह मुआवजा धन राशि मिलनी चाहिए। जिस तरह कुम्भ के अंदर मिली। सभी लोग भारत माता के सपूत है और सभी को एक नजर से योगी जी को और भारतीय जनता पार्टी को देखना चाहिए।
तीखी आलोचना करने वालो पर होगी सख्त कार्यवाही -
इस अवसर पर आईजा के राष्ट्रीय अध्यक्ष हार्दिक हुंडिया ने कहा कि असम के जोरहाट में दो दिगंबर जैन मुनियों के नेतृत्व में जैन समुदाय के लोगों ने धार्मिक यात्रा निकाली थी। जो कि शहर की मुख्य सड़को से निकली इस धार्मिक यात्रा में समुदाय के लोगो ने भाग लिया। लेकिन दिगम्बर जैन पंरपरा के अनुसार मुनियों के नग्न होने पर शहर के लोगो के एक समूह ने इस धार्मिक यात्रा पर तीखी आलोचना की और विरोध प्रदर्शन भी निकाला। इस घटना के बाद सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि जैन समुदाय द्वारा निकाली गई किसी भी धार्मिक यात्रा में अगर बाधा डालने का प्रयास किया गया तो उन असमाजिक तत्वों से सख्ती के साथ निपटा जाएगा।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने की थी घोषणा -
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने क्षमावाणी कार्यक्रम के दौरान घोषणा की थी कि मध्यप्रदेश में जैन साधु-संतो के बिहार के दौरान शासकीय भवनों में रूकने के लिए प्रबंध किए जाए। साथ ही साधु-संतो के साथ होने वाले सडक दुघर्टनाओं में भी रोकथाम की बात कही थी।