Reported By: Mukesh Singh
Edited By: Abhishek Vyas X @abhishekvyas99
विश्व कैंसर दिवस पर जिले में आयोजित हुए स्क्रीनिंग एवं जागरूकता शिविर:
भोपाल: 04 फरवरी 2025: विश्व कैंसर दिवस के उपलक्ष्य में स्वास्थ्य संस्थाओं में कैंसर जागरूकता एवं परामर्श शिविरों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि कैंसर के लिए प्रधानमंत्री द्वारा प्रारंभ की गई आयुष्मान भारत योजना के तहत नि:शुल्क जांच और उपचार की सुविधा दी जा रही है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर स्तर तक कैंसर के प्रारंभिक लक्षणों की पहचान की जा रही है। चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ एवं मैदानी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का दायित्व है कि वे लोगों को कैंसर की प्रारंभिक अवस्था के लक्षणों के बारे में जागरूक करें। जिला चिकित्सालय में सीटी स्कैन और एमआरआई जैसी उच्चस्तरीय जांच सुविधाओं की शुरुआत की जा चुकी है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आयोजित कार्यक्रम
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान और मेडिकल कॉलेज में कैंसर की उच्च गुणवत्ता युक्त जांच और उपचार की सुविधा से लाखों लोग लाभान्वित हो रहे हैं। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में एम्स अध्यक्ष डॉ. सुनील मलिक , मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी, एम्स के कैंसर विभाग के प्रोफेसर्स, शासकीय एवं निजी स्वास्थ्य संस्थाओं के चिकित्सक शामिल हुए।
कैंसर के लक्षणों की जानकारी दी गई
कैंसर दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य संस्थाओं में परामर्श एवं जागरूकता शिविरों में मुख, स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर तथा अन्य कैंसर के लक्षणों की जानकारी दी गई। कैंसर दिवस के उपलक्ष्य में 4 फरवरी को जिला चिकित्सालय में महिलाओं के लिए विशेष रूप से आयोजित स्क्रीनिंग एवं परामर्श शिविर में जांच की गई। दंत रोग विभाग में भी मुख कैंसर परीक्षण शिविर में आयोजित किया गया। शिविर में चिह्नांकित किए गए रोगियों को उपचार एवं नियमित फॉलोअप की सलाह दी गई है।
आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में स्तन कैंसर जागरूकता शिविर आयोजित हुए। यहां पदस्थ कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स द्वारा स्तनों के आकार में बदलाव, गांठ, स्तन के आगे के भाग या उसके आसपास लाल चकत्ते, स्तन या कांख में निरंतर दर्द होना, स्तनों की त्वचा पर झुर्रियां दिखाई देने जैसे लक्षणों के दिखने पर स्वास्थ्य संस्था में परामर्श लेने और सेल्फ स्क्रीनिंग की जानकारी दी गई। परामर्श शिविरों में बताया गया कि गर्भाशय कैंसर का खतरा 40 की उम्र के बाद अधिक होता है । छोटी उम्र में विवाह, मेनोपॉज के बाद रक्तस्राव, प्रसव के दौरान गर्भाशय में किसी प्रकार का घाव होना और घाव के ठीक होने के पहले पुनः गर्भधारण होने पर सर्वाइकल या गर्भाशय कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में तंबाकू के दुष्प्रभावों एवं कैंसर जागरूकता हेतु प्रश्नोत्तरी, रैली निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई ।
डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी भोपाल डॉ. प्रभाकर तिवारी ने बताया कि कैंसर रोग में शरीर की कोशिकाओं के समूह में अनियंत्रित रूप से वृद्धि होती है। जब यह कोशिकाएं टिशु को प्रभावित करती है तो कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाता है। कैंसर की जल्दी पहचान और उपचार से कैंसर ठीक हो सकता है। असामान्य रक्तस्राव, न भरने वाले घाव, स्तन के आकार में परिवर्तन होना, स्तन में गठान होना, मुंह खोलने जबड़े हिलाने या निगलने में कठिनाई होना , योनि से असामान्य खून का बहना जैसे लक्षण दिखने पर चिकित्सकीय परामर्श लेना जरूरी है। कैंसर के कई प्रकार होते हैं। जैसे स्तन कैंसर, गर्भाशय कैंसर, मुंह या गले का कैंसर, फेफड़े का कैंसर, ब्रेन कैंसर, धूम्रपान, तंबाकू चबाना, मोटापा, शारीरिक रूप से निष्क्रिय रहना, शराब का उपयोग करने से कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है।
जिले की सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कैंसर रोग की स्क्रीनिंग की जा रही है। मरीज में कैंसर के संभावित लक्षण देखने पर असंचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत निशुल्क उपचार दिया जाता है। मुख कैंसर, स्तन कैंसर और सर्वाइकल कैंसर की जांच और उपचार की सुविधा स्वास्थ्य संस्थानों में नि:शुल्क उपलब्ध है । जांच के आधार पर मरीजों की जानकारी एनसीडी पोर्टल में दर्ज की जाती है