Reported By: Sharad Sharma
मत्स्य संपदा योजना ने खोले बनवारी लाल की समृद्धि के द्वार, बनवारी लाल कमा रहे हैं 04 से 05 लाख रूपये का शुद्ध लाभ :
सीहोर - सरकार द्वारा कृषि के साथ-साथ पशुपालन एवं मत्स्य पालन सहित विभिन्न क्षेत्रों में किसानों की निरंतर प्रगति के लिए अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना भी उन्हीं योजनाओं में से एक है। इस योजना का उद्देश्य मछली पालन के क्षेत्र के समग्र विकास के लिए आर्थिक सहायता और बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। यह योजना मत्स्य पालन क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाने और ब्लू इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है। इससे न केवल मत्स्य उत्पादों का उत्पादन और निर्यात बढ़ रहा है, बल्कि रोज़गार के अवसर भी बढ़ रहे हैं
सीहोर जिले के ग्राम कादमपुर निवासी श्री बनवारीलाल भी उन्हीं हितग्राहियों में से एक हैं जिन्हें प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का लाभ मिला हैं। मत्स्य कृषक श्री बनवारीलाल ने बताया कि वह अपनी 4 एकड़ कृषि योग्य भूमि में कृषि का कार्य करते थे। जिससे वर्ष भर में लगभग एक से दो लाख रूपये की आय प्राप्त होती थी। उन्होंने बताया कि एक दिन मत्स्य विभाग में मत्स्य निरीक्षक से उन्हें इस योजना के बारे में जानकारी मिली। उन्होंने अपनी 0.500 हैक्टेयर भूमि में तालाब निर्माण कर मत्स्य पालन का कार्य प्रारंभ किया और इस योजना के तहत मत्स्य विभाग द्वारा उन्हें 02.20 लाख रूपये का अनुदान प्रदान किया गया। श्री बनवारीलाल ने बताया कि उन्होंने मत्स्य पालन के इस व्यवसाय से अभी तक लगभग 04 से 05 लाख की शुद्ध आय प्राप्त कर चुके हैं।
श्री बनवारी लाल ने बताया कि मत्स्य पालन के साथ-साथ वह मत्स्य बीज, मत्स्य आहार एवं मत्स्य पालन में लगने वाली दवाइयों विक्रय कर अतिरिक्त आय भी अर्जित कर रहे हैं। इसके साथ ही अन्य किसानों को भी मत्स्य पालन के लिए प्रोत्साहित करने का कार्य कर रहे हैं।