Reported By: Maniram Soni
Edited By: Abhishek Vyas X @abhishekvyas99
एमसीबी/ जिला आज अपराधियों के लिए ‘स्वर्ग’ बनता जा रहा है। जिले के हर शहर, गाँव, गली और चौक-चौराहे पर अब कानून की नहीं, बल्कि अवैध कारोबारियों की हुकूमत चल रही है। इग्लिस महुआ शराब का गैर कानूनी धंधा दिन दहाड़े,प्रशासन की नाक के नीचे फल-फूल रहा है।सबसे बड़ी बात यह है कि यह सब कुछ संभावित मौन सिवकृती से संचालित हो रहा है। कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखाते इन अपराधियों पर किसी भी प्रकार की सख्त कार्यवाही न होना,खुद एक बड़ा सवाल बनकर खड़ा हो गया है।विधायक की चेतावनी हवा में,अपराधियों की मौज चुनाव जीतने के बाद जिले के प्रथम दौरे में छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री एवं एमसीबी विधायक श्याम बिहारी जयसवाल ने मंच से कड़ा संदेश देते हुए कहा था, "अवैध कारोबार करने वालों की अब खैर नहीं",लेकिन वर्तमान स्थिति को देख यह बयान खोखला प्रतीत हो रहा है।
जिला मुख्यालय से लेकर सुदूर ग्राम पंचायतों तक अवैध शराब, नशा का आतंक है ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की कथनी और करनी में फर्क है नशे में डूबता युवा वर्ग,खोता भविष्य केवल उनके स्वास्थ्य को बर्बाद कर रही है, बल्कि सामाजिक और पारिवारिक ढांचे को भी तोड़ रही है। सूत्रो की जानकारी से कई परिवारों ने गुमनाम शिकायतें कर जिला प्रशासन से गुहार लगाई,लेकिन कार्यवाही के नाम पर केवल ‘कागजी खानापूर्ति’ ही होती है।
सराब का अवैध कारोबार जिले के कुछ वार्डो शहर में एक अलग ही उफान पर है । जैसे अब जनता के मन में सिर्फ एक ही सवाल हो रहा की बड़े स्तर पर छापेमारी आखिर कब ? क्या मंत्री का बयान सिर्फ राजनीतिक स्टंट था या फिर वाकई कुछ बदलाव आएगा एमसीबी की जनता अब प्रशासन और सरकार की तरफ टकटकी लगाए बैठी है। जरूरत है साहसी निर्णयों की, निष्पक्ष कार्यवाही की,और यह संदेश देने की कि कानून हैं l