पाटन। क्षेत्र में लगातार हो रही अघोषित बिजली कटौती से किसानों की परेशानी बढ़ती जा रही है। खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे खरीफ फसल की तैयारी प्रभावित हो रही है। इसी समस्या को लेकर आज तरीघाट, सोनपुर और सिपकोना गांव के दर्जनों आक्रोशित किसान पाटन बिजली दफ्तर पहुंचे और अधिकारियों को घेरते हुए बिजली आपूर्ति में सुधार की मांग की।
किसानों ने बताया कि मानसून के आगमन के बाद भी बारिश नहीं हो रही है, ऐसे में ट्यूबवेल ही सिंचाई का मुख्य माध्यम है। परंतु बिजली कटौती के चलते ट्यूबवेल भी बंद पड़े हैं। किसानों ने बिजली विभाग से मांग की कि विद्युत आपूर्ति 18 घंटे नियमित की जाए और 5 घंटे की निर्धारित कटौती से अधिक न हो।
लाइनमैन की लापरवाही बनी समस्या की जड़
किसानों ने आरोप लगाया कि सोनपुर फीडर में पदस्थ लाइनमैन खिलेश्वर साहू अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरत रहे हैं। वे ड्यूटी पर समय से उपस्थित नहीं रहते और न ही किसानों की समस्याओं पर ध्यान देते हैं। फोन कॉल रिसीव न करना और शिकायतों को नजरअंदाज करना आम बात हो गई है। इससे न सिर्फ बिजली आपूर्ति बाधित होती है, बल्कि फाल्ट या मेंटेनेंस संबंधी कार्यों में भी देरी होती है।
तबादले की मांग, नए लाइनमैन की नियुक्ति की अपील
किसानों ने अधिकारियों से मांग की कि लाइनमैन खिलेश्वर साहू का तत्काल तबादला किया जाए और सोनपुर एवं केसरा फीडर पर एक नया, जिम्मेदार लाइनमैन नियुक्त किया जाए, ताकि बिजली आपूर्ति सुचारु रूप से हो सके और समय पर खेतों में पानी मिल सके।
ग्रामीणों ने जताया आक्रोश
ग्रामीणों ने बताया कि लगातार हो रही कटौती के कारण फसल की तैयारी लेट हो रही है। जल्द ही रोपाई का कार्य शुरू होने वाला है, ऐसे में अगर समय पर सिंचाई नहीं हुई तो उत्पादन पर सीधा असर पड़ेगा। किसान पहले ही बारिश की कमी से चिंतित हैं, ऊपर से बिजली संकट ने उनकी समस्याएं और बढ़ा दी हैं।
– रिपोर्ट: गोपेश साहू