लक्ष्मण रैकवार की रिपोर्ट
तेंदूखेड़ा
तेंदूखेड़ा-----झालोन वन परिक्षेत्र के अंतर्गत लगातार अनिमिताये की खबरे लगातार सामने आ रही है फिर वन विभाग के उच्च अधिकारियों के द्वारा झालोन वन परिक्षेत्र अधिकारी पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है।झालोन रेंजर सतीश मसीही के द्वारा बच्चो से वृक्षारोपण करवाया जा रहा था, डुकर सता बीट से लगातार सागोन की अवैध कटाई के मामले लगातार सामने आए हैं और उनके कार्यकाल में सबसे अधिक झालोन में सागर एवम तारादेही मार्ग पर लोगो के द्वारा वन भूमि में अतिक्रमण किया गया है जिनमे अधिकतर वन कर्मचारी एवं उनके रिश्तेदार शामिल हैं।झालोन वन परिक्षेत्र अधिकारी की एक ओर गम्भीर लापरवाही सामने आई है जो पर्यावरण को काफी नुकसान दायक है।शासन के द्वारा लाखो रुपये खर्च करके प्लांटेशन बनवाती है उनमें हजारो पोधो का रोपण करवाती है और उसकी सुरक्षा एवम संरक्षण भी भी करवाती है जिसके लिये शासन रेंजर डिप्टी रेंजर विट गार्ड एवं चोकीदार की नियुक्ति करती है।मुख्यतः चोकीदार को रहने के लिये प्लांटेशन में ही एक झोपड़ी तैयार की जाती ताकि चोकीदार प्लांटेशन में ही रहे ताकि प्लांटेशन में लगे पोधो को मवेशियों एवं आग से सुरक्षा की जा सके।प्लांटेशन में लगे पोधो की सुरक्षा का मुख्य जिम्मा रेंजर का होता है लेकिन झालोन वन परिक्षेत्र अधिकारी सतीश मसीही के द्वारा अपनी ड्यूटी ईमानदारी से नही की जा रही है।झालोन रेंज के अंतर्गत विट ओरिया के कक्ष क्रमांक169 में एक मिश्रित बृक्षारोपण वर्ष 2021-22में किया गया था।इस प्लांटेशन का कुल रकवा 30 हेक्टेयर है और इसमें कुल15000 पोधो का रोपण किया गया है।मगर इसमे रोपित पौधे सुरक्षित नही है क्योंकि इसमें जो चोकीदार नियुक्त है वो नियमित चौकीदारी नही करता हैं।प्लांटेशन में जो गेट बना हुआ है वह अधिकतर समय गेट में ताला नही रहता है और मवेशी भी अंदर दर्जनों की संख्या में घुसे रहते हैं।मवेशियों के द्वारा इन पोधो को नुकसान पहुचाया जा रहा है जिससे पोधो की ग्रोथ रुक जाती है।स्थानीय लोगो ने आरोप लगाया है कि झालोन रेंजर एवम बीट गार्ड प्लान्टेशन का नियमित निरीक्षण नही करते हैं जिससे चोकीदार भी नियमित चोकीदारी नही करता है जहाँ सरकार ने लाखों रुपये लगाकर प्लान्टेशन लगाया वही रेंजर की लापरवाही से प्लान्टेशन का स्वाहा किया जा रहा है।