लक्ष्मण रैकवार
तेंदूखेड़ा---तेंदूखेड़ा मुख्यालय से20 किलो मीटर दूर ग्राम पंचायत तेजगढ़ में सरपंच सचिव के द्वारा सरकारी नियमो को ताक पर रख कर अपनी मनमानि कर रहे हैं जिससे गरीब मजदूरों अहित हो रहा है।इस समय सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में जल गंगा सम्वर्धन अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतेगत नए पुराने जल स्रोतों को पुर्नजीवित किया जाता है।इन कामो में भूमि गत जल स्तर तो बढ़ता ही है दूसरे तरफ ग्रामीण क्षेत्रो के मजदूरों को रोजगार भी मिलता है।लेकिन कहि कहि सरपंच सचिव के द्वारा इन कामो में लापरवाही बरत रहे हैं जिससे योजना के उद्देश्य पूर्ण नही हो रहे हैं।ऐसा ही लापरवाही का एक मामला ग्राम पंचायत तेजगढ़ में देखने को मिला है।मनरेगा योजना के अंतर्गत तेजगढ़ थाने के पास एक तालाब नवीनीकरण का कार्य किया जा रहा है जिसकी लागत लगभग 9 लाख रुपये है।यह तालाब पहले से पर्याप्त गहराई के साथ खुदा था अभी पिछले दिनों ग्राम पंचायत ने खुले आम जेसीबी मशीन चलाई थी जिसके निशान अभी तालाब में मौजूद हैं।और एक तरफ दो तीन ट्राली का खड़ंजा लगाया हुआ हैओर मोके पर दो ट्राली पत्थर रखे हुए है। इसके अलावा उस तालाब में कोई काम नही हुआ है।स्थानीय लोगो ने बताया है कि सरपंच सचिव के द्वारा इसमे खुले आम मशीन चलाई गई थी और एक भी मजदूर को काम पर नही लगाया गया था और जो पत्थर लगाए जा रहे हैं वह जंगलों से आ रहे हैं जिसकी कोई रोक टोक नही की जा रही है।लोगो ने आरोप लगाया है कि सारा काम ठेकेदारी पर हो रहा है, मशीनों से काम करवा कर फर्जी तरिके से खातों में राशि डालकर शासकीय राशि का आहरण किया जा रहा है।लोगो ने बताया है कि सरपंच सचिव के खिलाफ पहले से ही हम लोगो के द्वारा लगातार शिकायते की थी लेकिन कोई कार्यवाही nhi की गई थी इसलिये अब हम लोगो ने शिकायत करना बन्ध कर दिया है।
तेजगढ़ ग्राम पंचायत के इंजीनियर भरत जैन को फोन लगाया तो उन्होंने बताया है कि अगर मशीन चली है तो जाच की जाएगी और जरूरी हुआ तो सरपंच सचिव के खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी