संवाददाता अनिल मालवीय लोकेशन हरदा एमपी
शासकीय माध्यमिक शाला रिछाड़िया में मेनू चार्ट के हिसाब से नही मिलता खाना हो जांच
,हरदा। सरकार एक ओर तो बच्चो के पोषण के लिए शासकीय स्कूलों में मध्यान्ह भोजन को शामिल किया है। लेकिन जिला जिले के विकासखंड खिरकिया के अंतर्गत आने वाले के ग्राम बिचपुरीमाल प्राथमिक शाला में दिन शुक्रवार को मध्यान्ह भोजन नहीं बना था, यहां व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है, ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में कई-कई दिनों तक बच्चो को मध्यान्ह भोजन नहीं मिलता ओर कहि मिलता भी हो मेनू चार्ट के हिसाब से नही बन रहा है। शासकीय माध्यमिक शाला रिछाड़िया में मेनू चार्ट के हिसाब से नही मिल रहा जिसकी जांच होनी चाहिए। जिम्मेदार लोगों के ध्यान न देने के कारण स्व-सहायता समूह भोजन व्यवस्था अपनी मर्जी से नियम के खिलाफ चला रहे है। जिससे शासन की जनहितकारी योजनाओं पर पानी फिर रहा है। सरकार का कहना हैं कि हमारे तरफ से मध्यान्ह भोजन की सामग्री भेजने में कोई भी लापरवाही नहीं बरती जा रही है, तो फिर गड़बड़ी कहां से हो रही है। इस मामले में सवालिया निशान लग रहा, इस संबंध में प्राथमिक शिक्षक दिनेश कुमार तामखाने से बात की गयी तो उनका कहना है, लोकल त्योहार को देखते हुये खाना नही बनाया गया। इसके बाद जब मीडिया के द्वारा जब बिआरसी रमेश पटेल को कॉल कर शिकायत की गयी। बिआरसी ने आनन-फानन में संबधित शिक्षक को फोन लगा कर मध्यान भोजन बनाने के निर्देश दिए, उसके बाद शिक्षक ने मध्यान भोजन बनवाया और बच्चों को भरोसा गया। सवाल यह उठता है यदि मीडियाकर्मी स्कूल का दौरा नहीं करते तो शायद बच्चों को खाली पेट ही लौटना पड़ता। ऐसे लापरवाही शिक्षकों पर कार्रवाई होनी चाहिए जो अपने जिम्मेदारी से बचते हुए नजर आते हैं शासन से मोटी पेमेंट लेने के बाद भी काम नहीं करना चाहते।
जिम्मेदार अधिकारी नही करते समय-समय पर मॉनिटरिंग
स्कूलों की निरीक्षण के लिए संकुलप्राचार्य एव जनशिक्षक को जिम्मेदारी दी जाती है परंतु शंकुल प्राचार्य,जनशिक्षक समय-समय पर मॉनिटरिंग भी नहीं करते, जिसके कारण लापरवाह के हौसले बुलंद हो जाते हैं। कुछ जगह स्कूल समय से नहीं और कुछ जगह समय से पूर्व ही बच्चों की छुट्टी कर दी जाती हैं।
इनका कहना है।
आपके द्वारा मामला संज्ञान में आया था बिचपुरी में प्राथमिक स्कूल के संबंधित शिक्षक को फोन कर मध्यान भोजन बनाने के निर्देश दिए गए।
रमेश पटेल, बीआरसी खिरकिया।