छत्तीसगढ़ पोड़ी उपरोड़ा
नानक राजपूत
पोड़ी उपरोड़ा मे सचिवों कि समीक्षा बैठक, मनरेगा कार्य मे फोकस, हो रहे गुडवत्ता पूर्ण कार्य, समय पर हो रहे भुगतान।
पोड़ी उपरोड़ा मे सीईओ, एसडीओ व प्रोग्राम अधिकारी ने सचिवों की समीक्षा बैठक ली, बैठक मे प्रधानमंत्री आवास, एसबीएम, जनमन योजना, विश्वकर्मा योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी आदि विषयो पर चर्चा कि गई। इस बैठक में जनपद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पंचायतों के सचिव मौजूद हुए।
राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कि बात करेंगे तो पोड़ी उपरोडा जनपद अंतर्गत 114 पंचायतो मे इस योजना के तहत मनरेगा के कार्य गुड़वात्ता पूर्ण हो रहे हैँ, महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण योजना अधिनियम के तहत मजदूरी व सामग्री का अनुपात 60-40 का रहना अनिवार्य किया जाता हैँ, हालांकि वित्तीय वर्ष 2023-24 मे भुगतान अप्रेल माह मे होने से जिले भर का सामग्री के अनुपात मे प्रभावित हुआ था, लेकिन वर्तमान स्थिति मे मजदूरी व सामग्री का अनुपात 73.3% व 26.6 % हैँ जो कि मनरेगा नियम के अनुपात के तहत दर्ज हैँ। वही ग्राम पंचायत बनखेता के मजदूर बुधवार सिंह व राम सिंह ने बताया कि मनरेगा मे चलने वाले कार्य का भुगतान आधार बेस के माध्यम से कराया जाता हैँ वमोबाइल मानिटरिंग सिस्टम से मजदूरों कि उपस्थिति दर्ज कराई जाती हैँ,
विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक इस वर्ष का लक्ष्य समय से पहले पूरा कर लिया गया दरसल शासन ने राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत लक्ष्य निर्धारित किया था जिसे पोड़ी जनपद मनरेगा विभाग ने पूर्ण कर लिया आपको बता दे कि 10,08,966 मानव दिवस का लक्ष्य था जिसे विभाग ने 140% याने 14,19,914 मानव दिवस प्राप्त कि हैँ, जनजाति आदिवासी इलाके होने के बावजूद कोरबा जिला मे पोड़ी उपरोड़ा मनरेगा विभाग ने दूसरा स्थान प्राप्त किया वही राज्य कि बात करें तो कोरबा जिला भी वर्तमान स्थिति मे तीसरे स्थान पर हैँ।
कार्यक्रम अधिकारी की भूमिका मानकों पर वार्षिक योजनाओं की जांच करना है जैसे कि कार्य अनुमेय कार्यों की सूची के अंतर्गत आते हैं और समग्र मजदूरी सामग्री अनुपात बनाए रखा जाता है। कार्यक्रम अधिकारी इन योजनाओं को ब्लॉक योजना में समायोजित करता है और अनुमोदन के लिए इसे ब्लॉक पंचायत को प्रस्तुत करता है।