सीआईएसएफ ने भिलाई में 55वें स्थापना दिवस समारोह के लिए भव्य उद्घाटन समारोह और प्रेस कॉन्फ्रेंस की मेजबानी की : NN81

Notification

×

Iklan

सीआईएसएफ ने भिलाई में 55वें स्थापना दिवस समारोह के लिए भव्य उद्घाटन समारोह और प्रेस कॉन्फ्रेंस की मेजबानी की : NN81

11/03/2024 | मार्च 11, 2024 Last Updated 2024-03-11T06:36:59Z
    Share on

 जिला ब्यूरो चीफ अनिल जोशी दुर्ग छ ग


सीआईएसएफ ने भिलाई में 55वें स्थापना दिवस समारोह के लिए भव्य उद्घाटन समारोह और प्रेस कॉन्फ्रेंस की मेजबानी की



भिलाई, 10 मार्च 2024: 10 मार्च 2024 को लगभग 1230 बजे छत्तीसगढ़ के भिलाई में सीआईएसएफ क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र में आगामी 55वें सीआईएसएफ स्थापना दिवस के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस/कर्टेन रेज़र कार्यक्रम आयोजित किया गया ।  पीयूष आनंद, विशेष महानिदेशक, सीआईएसएफ मुख्यालय ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस कार्यक्रम में  जगबीर सिंह, अपर महानिदेशक (दक्षिण),  कुंदन कृष्णन, अपर महानिदेशक (उत्तर), और  संजय प्रकाश, महानिरीक्षक (मध्य खंड) सहित सीआईएसएफ के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।


 पीयूष आनंद, विशेष महानिदेशक (मुख्यालय), ने सभी उपस्थित संवाददाताओं का स्वागत किया और सीआईएसएफ क्षेत्रीय प्रशिक्षण  केन्द्र भिलाई के परिसर में 12 मार्च, 2024 को होने वाली आगामी सीआईएसएफ दिवस परेड के बारे में जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय राज्य मंत्री (गृह), भारत सरकार  नित्यानंद राय उपस्थित रहेंगे और समारोह सुबह 0730 बजे शुरू होगा। अपने संबोधन के दौरान,  पीयूष आनंद ने सीआईएसएफ के समृद्ध इतिहास का संक्षिप्त विवरण दिया और बल द्वारा की गई उल्लेखनीय उपलब्धियों और सराहनीय कार्यों पर प्रकाश डाला।


मीडिया कवरेज के महत्व पर जोर देते हुए,  पीयूष आनंद ने सभी उपस्थित संवाददाताओं को 12 मार्च, 2024 को सीआईएसएफ दिवस परेड में भाग लेने के लिए आग्रह किया। उन्होंने साझा किया कि सीआईएसएफ की परेड में प्रभावशाली मार्च पास्ट के पश्चात, सुरक्षा शाखा, डॉग स्क्वाड तथा फायर विंग की क्षमताओं को प्रदर्शित करने वाले मनमोहक डेमो का प्रदर्शन होगा। सीआईएसएफ की सशक्त महिला कमांडों टीम द्वारा भारतीय मार्शल आर्ट का प्रदर्शन भी किया जायेगा। 


 पीयूष आनंद ने उपस्थित संवाददाताओं से आगामी सीआईएसएफ दिवस परेड का प्रचार करने का आग्रह किया, जिससे बल के समर्पण और उपलब्धियों को जनमानस तक पहुंचाया जा सके।