आज नंदीश्वर द्वीप की 7 पूजा हुई
विधान में काफी उत्साह पूर्वक श्रावक -श्राविकाएं मंदिर पहुंच रहे ।
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
आष्टा। नगर के श्री पार्श्वनाथ दिगंबर जैन दिव्योदय अतिशय तीर्थ क्षेत्र किला मंदिर पर विराजित पूज्य गुरुदेव मुनिश्री भूतबलि सागर महाराज ससंघ सानिध्य में आयोजित नंदीश्वर द्वीप महामण्डल विधान के दूसरे दिन 7 पूजा विधान की कर 56 अर्ध्य अर्पित किए गए। उक्त विधान में शामिल होने के लिए नित्य ही सुबह से काफी संख्या में समाज के श्रावक- श्राविकाएं किला मंदिर पर पहुंच रहे हैं।
रविवार से शुरू हुए आठ दिवसीय श्री नन्दीश्वर द्वीप महामण्डल विधान पूजन बाल ब्रह्मचारिणी मंजूला दीदी अपनी मधुर आवाज में धार्मिक विधि विधान से करा रही है। मुनिश्री भूतबलि सागर महाराज ने कहा कि अष्टान्हिका महा पर्व पर बड़ी ही भक्ति भाव के साथ आराधना आप सभी कर रहे हैं।अष्टान्हिका महा पर्व चल रहा है और आठ दिवसीय श्री नन्दीश्वर द्वीप महामण्डल विधान पूजन का संगीतमय आयोजन में समाज जन का उत्साह देखते हुए लगता है कि सभी में धर्म आराधना की काफी लगन है।पूज्य मुनि श्री मुनि सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन के दौरान कहां कि विशेष पुण्य अर्जन का अवसर है। प्यास बढ़ती है ,भूख बढ़ती है तो माँ बच्चों को कुछ न कुछ दे देती है ,उसी प्रकार आपकी धर्म आराधना करने के लिए प्यास बड़ी है निरन्तर धार्मिक क्रियाओं में ही लगे रहो ,इसी से आपका भाग्य पुण्य में परिवर्तित होगा।
भगवान की पूजा अर्चना करने का सौभाग्य भाग्यहीन को नही मिलता है । मुनि सागर महाराज ने कहा जिसका पुण्य भारी हों उसी को होता है।पर्व के अंतर्गत प्रतिदिन प्रातः 6:30 बजे से नित्य शांति धारा, अभिषेक एवं नन्दीश्वर द्वीप महामण्डल विधान की संगीतमय वृहद पूजन की जा रही है।