स्लग:----श्रीबालीपुरधाम में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा प्रारम्भ,,पहली रोटी गऊ मैय्या की रोटी।
जैसा खाओगे, अन्न-वैसा रहेगा मन।
पत्रकार-: -हर्ष पाटीदार
स्थान: - मनावर
विओ :----श्री श्री 1008 श्री गजानन जी महाराज अंबिका आश्रम श्रीबालीपुरधाम में श्रीमद्भागवत कथा श्री योगेश जी महाराज एवं सुधाकर जी महाराज के सानिध्य में चल रही है। कथा वाचक पंडित आशीष दुबे ऊपडी द्वारा हो रही है। कथावाचक पंडित आशीष दुबे ने श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के चतुर्थ दिवस पर व्यास पीठ से कहा कि जो दूसरों को कष्ट देते हैं ,उनको प्रायश्चित निश्चित भोगना पड़ता है और पुण्य किए हुए कर्मों का भी क्षय हो जाता है। जैसा रहेगा अन्न , वैसे रहेगा मन उदाहरण देकर समझाया गया ।उन्होंने आगे बताया कि पहली रोटी गऊ मैय्या की रोटी, कुत्ता, कौवा, भूत योनि एवं अग्नि में भी भोज्य पदार्थ को खिलाना चाहिए। गजेंद्र मोक्ष की कथा के दृष्टान्त में बताया कि जिस प्रकार से ग्राहक ,गजेंद्र एवं तालाब है, उसी प्रकार से जीव गजेंद्र है ।तालाब यह संसार है और ग्राहक कल है कल रूपी ग्रह इस जीव रूपी मनुष्य को संसार रूपी तालाब खींचता चला आ रहा है ।परमात्मा की भक्ति से ही परमात्मा तत्व की प्राप्ति हो सकती है ।बंटी महाराज एवं महेश शर्मा श्रीमद्भागवत महापुराण का पारायण कर रहे हैं। मातृशक्ति एवं पुरुषों द्वारा कथा का श्रवण कर लाभ ले रहे हैं। उक्त जानकारी सद्गुरु सेवा समिति के जगदीश पाटीदार ने दी।