*अवतरण दिवस पर होने जा रहा तत्वदर्शी संत रामपालजी महाराज के सानिध्य में महाविशाल भंडारा*
*समागम की खास बातें*
•13 राज्यों से लाखों की तादाद में पहुंचेंगे लोग, तीन दिन होगा देसी घी का अद्भुत भंडारा।
•समाज सुधार का दिखेगा नजारा, 101 जोड़ों की होगी दहेज मुक्त शादी।
•रहने, खाने-पीने की सभी सुविधाएं होंगी नि:शुल्क।
*बैतूल, मध्यप्रदेश।* देश और दुनिया में धार्मिक भंडारे और सत्संग अनेक देखने को मिलते हैं, जिनमें लोगों की भीड़ उमड़ कर आती है, इस उम्मीद से न जाने परमात्मा उन्हें कब, कैसे और किस रूप में मिल जाए। लेकिन संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में किए जाने वाले भंडारे की बात ही अलग होती है, लोग तारीफें करते नहीं थकते।
जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज जी का जन्म भारत देश की पवित्र धरती पर जाट किसान श्री नंदराम जी के घर माता भक्तमति इंद्रो देवी जी की पवित्र कोख से गाँव धनाना धाम, तहसील गोहाना, जिला-सोनीपत (तत्कालीन – रोहतक) प्रांत-हरियाणा में 8 सितंबर 1951 को हुआ था। उन्हीं जगत के तारणहार संत रामपाल जी महाराज जी के अवतरित होने के दिन के उपलक्ष्य पर उनके अनुयायियों द्वारा संत रामपाल जी महाराज का 74वां अवतरण दिवस 6-7-8 सितंबर 2024 को मनाया जाएगा। अनुयायी इन्हे पूर्णब्रह्म कविर्देव (कबीर साहेब) का धरती पर अवतार मानते है।
इस बार आगामी दिनांक 6,7 व 8 सितंबर 2024 को सतलोक आश्रम उड़दन ,बैतूल में संत रामपाल जी महाराज का 74वां अवतरण दिवस मनाया जा रहा है। इस पावन अवसर पर संत रामपाल जी महाराज के सानिध्य में नेपाल समेत भारत के 10 सतलोक आश्रमों में तीन दिवसीय महा विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है।
इस भंडारे की सबसे खास बात यह है कि समागम में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आश्रम में सभी व्यवस्थाएं बिलकुल निशुल्क उपलब्ध कराई जाती है। जैसे सोने के लिए गद्दे व रजाई की व्यवस्थाएं,बैठने के लिए पांडाल, शौचालय स्नानघर आदि। यहां पर जाति या धर्म के नाम पर किसी भी प्रकार का कोई भेदभाव देखने को नहीं मिलता है। संत रामपाल जी महाराज का नारा है - "जीव हमारी जाती है ,मानव धर्म हमारा ।
हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई , धर्म नहीं कोई न्यारा।।"
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस महा विशाल भंडारे में बनने वाला अमृत तुल्य प्रसाद देसी घी से तैयार किया जाता है और इसमें लड्डू, जलेबी, बर्फी, हलवा आदि मनमोहक व्यंजन के साथ सब्जी,पूड़ी,दाल,चावल, सलाद भी शामिल हैं। इसके साथ ही बीमार और बुजुर्ग लोगों के लिए आवश्यकतानुसार दलिया आदि की व्यवस्था होगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस तीन दिवसीय विशाल भंडारे में संत गरीबदास जी महाराज की अमर वाणी का तीन दिवसीय अखंड पाठ होगा और 101 जोड़ों का दहेज मुक्त विवाह भी सम्पन्न किया जाएगा, जिसे संत भाषा में रमैनी कहा जाता है। संत रामपाल जी एक आध्यात्मिक गुरु होने के साथ-साथ एक समाज सुधारक के रूप में भी बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
यह भंडारा केवल यहीं तक सीमित नहीं है, इसमें संत रामपाल जी महाराज जी के द्वारा दिए गए आध्यात्मिक ज्ञान को गहराई से समझने के लिए शंका समाधान और आध्यात्मिक प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जाएगा जहां पर सद्ग्रंथों में प्रत्यक्ष प्रमाण देखकर लोग उनसे नाम दीक्षा लेने के लिए उत्सुक हो जाते हैं, इसके लिए आश्रम में निःशुल्क नाम दीक्षा की व्यवस्था भी की जाएगी।
दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की सुरक्षा के लिए पार्किंग व्यवस्था और सुरक्षा सेवादार भी नियुक्त किए जाएंगे।
रक्तदान को महादान कहा जाता है और इसे सफल बनाने के लिए संत रामपाल जी महाराज के अनुयायियों द्वारा सैंकड़ों यूनिट रक्तदान किया जाएगा जो गरीब और जरूरतमंद लोगों की जीवन रक्षा के काम आता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार तीन दिनों में सतलोक आश्रम बैतूल मे लगभग 10 से 15 लाख अनुयायियों के आने की संभावना हैं।
इस भव्य भंडारे के लिए पूरे विश्व को सपरिवार आमंत्रित किया गया है। अतः आप सभी से भी प्रार्थना है आने वाली दिनांक 6 , 7 व 8 सितंबर को होने वाले इस दिव्य महा समागम में परिवार सहित जरूर पधारे।और अध्यात्मिक सत्संग व मोहन भंडारे का आनंद ले।
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जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट